एसटीएफ ने एक इंटर्न नर्स को लाखों की स्मैक के साथ गिरफ्तार
ग्रेजुएशन पास छात्र को चरस के साथ गिरफ्तार
दोनों देहरादून और उत्तरकाशी के शिक्षण संस्थानों में नशा तस्करी की फिराक में थे।
आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
देहरादून। एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि ड्रग्स-फ्री देवभूमि अभियान के तहत एसटीएफ की एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स बड़े स्तर पर कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह मुखबिर से सूचना मिली कि एक युवती रेलवे स्टेशन पर स्मैक के साथ खड़ी है। सूचना पर टीम ने युवती को पकड़ लिया। उसके कब्जे से 96 ग्राम स्मैक बरामद हुई है। पूछताछ में आरोपी युवती ने बताया कि स्मैक बरेली से लाई गई थी। जिसे उत्तरकाशी के स्कूल और कॉलेजों में सप्लाई किया जाना था।
युवती से पूछताछ में कुछ अन्य स्मैक तस्करों के नाम भी सामने आई हैं। उनको भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। अग्रवाल ने बताया कि पकड़ी युवती देहरादून के एक प्रतिष्ठित मेडिकल शिक्षण संस्थान से नर्स का प्रशिक्षण ले रही है।
अग्रवाल ने बताया कि दूसरे मामले में क्लेमेनटाउन क्षेत्र से एक युवक को 1020 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया है। रविवार को आरोपी दीपक सिंह पुत्र नारायण सिंह निवासी बागेश्वर को तस्करी के आशंका पर रोका गया था।
तलाशी लेने पर उसके कब्जे से चरस बरामद हुई। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो चरस बागेश्वर से लेकर आया था। उसने हाल ही में प्रेमनगर के एक नामी कॉलेज से बी-कॉम ऑनर्स पास किया है। अपने कॉलेज के छात्रों को ही उसने चरस की सप्लाई करनी थी।
स्कूल कॉलेज में मादक पदार्थों की सप्लाई से संबंधित यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई तस्कर पकड़े गए हैं, जो स्कूल और कॉलेजों में सप्लाई करने की कोशिश में थे।
एसएसपी आयुष अग्रवाल ने लोगों से अपील की कि नशे से दूर रहे। किसी भी प्रकार के लालच में आकर नशा तस्करी न करें। नशा तस्करी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या एसटीएफ उत्तराखंड से संपर्क करें।
उन्होंने बताया कि तस्करों का पता चलने पर 0135 -2656202 और 9412029536 पर संपर्क कर सकते हैं। शिकायत करने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।