हल्द्वानी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए गठबंधन में जाने पर कहा कि उनके जाने का मुझे बहुत दुख है वह मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं।
लेकिन वह भी भाजपा शरणम गच्छामि हो गए उन्होंने एनडीए गठबंधन में जाकर अपना पूरा राजनीतिक व्यक्तित्व समाप्त कर दिया, जबकि लोग उन्हें संभावित प्रधानमंत्री के रूप में देखने लगे थे।
उनके द्वारा इस तरह का कदम उठाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है इसका खामियाजा उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
वही हरिद्वार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने पर हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान जो फैसला करेगा वह उन्हें मंजूर है।
लेकिन मेरा मन है और मैं पार्टी से भी कहूंगा कि मेरे बेटे को चुनाव लड़ाया जाए क्योंकि वह बहुत दिनों से समाज व राजनीतिक क्षेत्र में कार्य कर रहा है ।
कार्य करने वाले को पुरस्कार वह सम्मान भी मिलना चाहिए जिससे पार्टी को भी लाभ होगा।