हल्दवानी। एमबीपीजी कॉलेज में छात्र संघ चुनाव से पहले छात्रसंघ से जुड़े पदाधिकारियों एवं छात्रों की अराजकता बढ़ती जा रही है।
शनिवार को कॉलेज में शहीद भगत सिंह की जयंती मना रहे परिवर्तनकामी छात्र संगठन (पछास) से जुड़े छात्रों की कॉलेज परिसर में कुछ छात्र नेताओं ने बुरी तरह पिटाई कर दी।
हमलावर छात्र यहीं नहीं रुके। आरोप है कि इसके बाद उन्होंने पचास कार्यकर्ताओं को कॉलेज परिसर के बाहर नैनीताल रोड पर भी पीटा। इस घटना में पच्स के कार्यकर्ताओं को चोटें भी आई हैं।
उन्होंने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। इस दौरान मीडियाकर्मियों से भी अभद्रता की गई। सोशल मीडिया में इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।
परिवर्तनकामी छात्र संगठन के इकाई सचिव महेश ने बताया कि शनिवार को उन्होंने कॉलेज परिसर में मुख्य गेट के पास शहीद भगत सिंह जयंती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने का कार्यक्रम रखा था।
दोपहर करीब 12 बजे छात्रसंघ का एक पदाधिकारी और एक अन्य छात्र नेता उनके पास पहुंचा और उनसे अभद्रता करने लगा। आरोप है कि ये छात्र उन्हें कॉलेज परिसर से बाहर खदेड़ने लगे।
उस वक्त चीफ प्रॉक्टर डॉ. कविता बिष्ट सहित अन्य लोग भी मौके पर मौजूद थे। आरोप है कि उनकी मौजूदगी में इन छात्र नेताओं ने परिसर में पछास कार्यकर्ताओं से मारपीट की।
पछास कार्यकर्ताओं के बनाए शहीद भगत सिंह से संबंधित पोस्टर भी फाड़ दिए। ये पोस्टर उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर दीवार पर लगाए थे।
इसके बाद वह जैसे ही कॉलेज गेट से बाहर निकले तो नैनीताल रोड पर दो छात्रों ने फिर पिटाई कर दी। इकाई सचिव महेश ने बताया कि मामले में पुलिस को लिखित तहरीर दी है। घटना में उनके अलावा उनके सहयोगी चंदन को भी पीटा।
यह दल सुनिश्चित करेगा कि कॉलेज परिसर में सिर्फ प्रवेश प्राप्त छात्र-छात्राएं ही आ सकें। वहीं 30 सितंबर से मुख्य गेट सुबह 10 से 1030 बजे और शाम को 4 बजे वाहनों के लिए खुलेगा। सभी प्राध्यापक और कर्मचारी शाम पांच बजे तक कॉलेज में बने रहेंगे।
कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर सवाल
एमबीपीजी कॉलेज परिसर में बीते कुछ दिनों से एक छात्र संगठन से जुड़े छात्रों की मारपीट एवं कॉलेज में नियम तोड़ने की घटनाएं आम हो गई हैं। लेकिन कॉलेज प्रशासन इस पर खामोश है।
कॉलेज का 50 से ज्यादा सदस्यों का प्रॉक्टर बोर्ड भी इस पर कोई सख्ती नहीं कर रहा है। कॉलेज के प्राध्यापकों ने बताया कि प्रॉक्टर बोर्ड की सक्रियता नहीं होने से छात्र-छात्राएं कॉलेज का माहौल खराब कर रहे हैं।