उत्तराखंड में पिछले दो महीने से बारिश की कमी के चलते मौसम शुष्क बना हुआ है। नवंबर के बाद भी प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में सूखा पड़ रहा है।
बारिश नहीं होने से दिन का तापमान बढ़ रहा है और रात का तापमान तेजी से गिर रहा है। इससे दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है।
पहाड़ी क्षेत्रों में हल्के बादल
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले एक सप्ताह तक प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा। पहाड़ी क्षेत्रों में हल्के बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है। वहीं, मैदानी इलाकों में सुबह के समय हल्का कोहरा छा सकता है। ठंड बढ़ने के साथ रबी फसलों पर भी इसका प्रभाव पड़ने की आशंका है।
पर्यटन स्थलों पर इन दिनों मौसम सुहावना
नैनीताल और मसूरी जैसी पर्यटन स्थलों पर इन दिनों सुहावना मौसम बना हुआ है। वीकेंड के चलते बड़ी संख्या में पर्यटक यहां घूमने आ रहे हैं। इससे पर्यटन उद्योग को फायदा हो रहा है।
दूसरी ओर, ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी न होने से तापमान सामान्य बना हुआ है। नीति घाटी में बर्फ का शिवलिंग बनना शुरू हो गया है, लेकिन ऊंची पहाड़ियां अभी भी बर्फविहीन हैं।
बारिश की कमी किसानों के साथ-साथ पर्यावरण पर प्रभाव
शुष्क मौसम से सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही है, जहां फसलें सूख रही हैं और किसानों की चिंता बढ़ रही है। लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं ताकि ठंड के मौसम में राहत मिल सके।
हालांकि, फिलहाल प्रदेश में बारिश की कोई संभावना नहीं दिख रही है। उत्तराखंड में लंबे समय से बारिश की कमी और शुष्क मौसम के कारण आम लोगों और किसानों के साथ-साथ पर्यावरण पर भी प्रभाव पड़ रहा है।