देहरादून। मजदूरी करने वाले युवक को उसके तीन साथियों ने चार हजार रुपये के लिए सिर पर डंडे से वारकर मार दिया था। पहले तीन दिन शव को घर पर रखा गया और इसके बाद शव को बिंदाल नदी में लालपुल से नीचे फेंक दिया गया।
मजदूरी करने वाले युवक को उसके तीन साथियों ने चार हजार रुपये के लिए सिर पर डंडे से वारकर मार दिया था। पहले तीन दिन शव को घर पर रखा गया और इसके बाद उसे बिंदाल नदी में लालपुल से नीचे फेंक दिया गया।
शव ठिकाने लगाने के लिए तीनों आरोपियों ने स्कूटर भी च किया था, जिनमें से एक आरोपी स्कूटर चोरी और दूसरा नशा तस्करी में जेल जा चुका है। जबकि, तीसरे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
एसएसपी अजय सिंह ने यह खुलासा किया। उनके अनुसार, 30 सितंबर को लालपुल के नीचे शव बरामद हुआ था। शुरुआत में इसकी शिनाख्त नहीं हुई। दो अक्तूबर को भाई ने शिव कुमार उर्फ बब्बू निवासी गढ़ा दुलारीनगर कमलरौली अमेठी यूपी के रूप में शव की पहचान की।
शिव कुमार दून में कई वर्षों से काम कर रहा था। उसका मोबाइल नहीं मिल रहा था। गुरुवार को उसका बंद मोबाइल खुला। लोकेशन के आधार पर पुलिस ने आशीष उर्फ पप्पू निवासी नगर निगम कॉम्प्लेक्स को गिरफ्तार कर लिया। शिव का फोन उसके पास ही था। एसएसपी के मुताबिक, आशीष ने पूछताछ में बताया कि शिवकुमार से उसकी अच्छी दोस्ती थी। 25 सितंबर को शिव उसके साथ आ बाजार में ऋषभ गुप्ता के घर गया था।
शुभम उर्फ खस्ता निवासी लक्खीबाग भी था। तीनों ने वहां शराब पी। आशीष को पता चला कि शिव के पास चार हजार रुपये हैं। इनको लेने के लिए आशीष जिद करने लगा। इसी बात को लेकर तीनों में झगड़ा हो गया। तीनों आरोपियों ने शिव कुमार के सिर पर डंडा मार दिया, जिससे वह नीचे गिर गया।
हत्या के बाद शव तीन दिनों तक वहां पड़ा रहा। जब दुर्गंध आने लगी तो उन्होंने शव ठिकाने लगाने की योजना बनाई। इसके लिए ऋषभ ने एक स्कूटर चोरी कर लिया। 27 सितंबर को शिव कुमार की लाश को कंबल में लपेटकर स्कूटर पर रखा और लालपुल से नीचे गिरा दिया गया। इसका फुटेज भी पुलिस को मिला है।
खुद चौकी पहुंचा स्कूटर चोरी का आरोपी पता चला कि पुलिस छानबीन कर सकती ह ता उसने जेल जाने की योजना बना ली।
ऋषभ 30 सितंबर की शाम को ही लक्खीबाग चौकी पहुंच गया और उसने स्कूटर चोरी का जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद अगले दिन शुभम उर्फ खस्ता भी नशा तस्करी के आरोप में पकड़ा गया।