CAA लागू होने पर सिंधी समाज में जश्न
देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू हो चुका है। सीएए कानून को नोटिफिकेशन जारी होने के बाद लोगों की इस पर मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है।
इसको लेकर कहीं विरोध हो रहा है और कहीं इसके कानून के लागू होने पर स्वागत में खुशिया मनाई जा रही हैं।
इसी क्रम में उदयपुर में बीती रात पाकिस्तान से आए सिंधी समाज के लोगों ने अपने पंचायत भवन के सामने आतिशबाजी कर खुशी जाहिर की।
उदयपुर में अब भी ऐसे कई परिवार हैं, जो पाकिस्तान सहित अन्य देशों से यहां आकर बसे हैं. हालांकि सालों बीत जाने के बाद भी उन्हें नागरिकता मिलने का इंतजार है. सीएए लागू हो जाने पर आइये जानते हैं क्या कहते हैं सिंधी समाज से जुड़े लोग।
‘सीएए से 70 लोगों को मिलेगी नागरिकता’
जैकबआबाद सिंधी पंचायत के अध्यक्ष हरीश राजानी ने बताया, “पूज्य जेकबआबाद पंचायत द्वारा देश में सीएए यानी नागरिकता संशोधन कानून 2024 लागू होने पर पूरे सिंधी समाज में खुशी की लहर है.” उन्होंने बताया कि इसी अवसर पर पूज्य जैकब आबाद सिंधी पंचायत द्वारा शक्ति नगर स्थित श्री झूलेलाल भवन के बाहर भव्य आतिशबाजी की गई और मिठाइयां वितरित की गई।
हरीश राजानी ने बताया की उदयपुर में कई सालों से ऐसे परिवार रह रहे हैं, जो पड़ोसी देशों से आए हैं. इसमें कुछ को नागरिकता मिल गई है, लेकिन अभी भी करीब 70 लोग ऐसे हैं जिन्हें नागरिकता मिलनी बाकी है. उन्हें नागरिकता मिलना का बेसब्री से इंतजार है।
‘समाज के लोग 30-40 साल से थे परेशान’
जैकबआबाद सिंधी पंचायत के अध्यक्ष हरीश राजानी ने दावा किया कि “सिंधी समाज भारत के अभिन्न अंग सिंह का हिस्सा था. पुरानी सरकारों ने राजनीति कर पाकिस्तान को दे दिया.” उन्होंने कहा, “सिंधी समझ के लोगों ने अपने धर्म और परिवार को बचाने के लिए पलायन किया. हमने वीसा लिया और नागरिकता के लिए आवेदन करना पड़ा, लेकिन पिछली सरकारों ने गंभीरता से नहीं लिया. समाज के लोग 30 से 40 साल तक परेशान रहे।”