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मौसम का साथ मिला तो धारचूला में फंसे देश के विभिन्न हिस्सों के 150 से अधिक यात्री आदि कैलाश के दर्शन कर सकेंगे।

धारचूला-लिपुलेख सड़क खुलने से इसकी उम्मीद बढ़ गई है। मौसम ठीक रहा और सड़क पर आवाजाही सुचारु रही तो बृहस्पतिवार यानि आज से आदि कैलाश यात्रा के लिए इनर लाइन परमिट जारी होंगे।

छह दिन बाद चेतुलधार के पास सड़क खुलने पर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।

आदि कैलाश यात्रियों के साथ प्रशासन के लिए धारचूला-लिपुलेख सड़क सिरदर्द बनी है। बीते मंगलवार को छह दिन बाद चेतुलधार के पास किसी तरह सड़क खुली तो धारचूला में फंसे 150 से अधिक आदि कैलाश यात्रियों में इनर लाइन परमिट जारी होने की उम्मीद जगी।

बुधवार सुबह फिर से तवाघाट पुल के आगे भूस्खलन होने से सड़क बंद हो गई तो आदि कैलाश यात्रियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। हालांकि बीआरओ ने नौ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सड़क पर शाम पांच बजे आवाजाही शुरू कराई।

सड़क खुलते ही व्यास टैक्सी यूनियन के संरक्षक विरेंद्र नबियाल ने एसडीएम से मुलाकात कर आदि कैलाश यात्रा शुरू करने की मांग की।

पर्यटन कारोबारियों के साथ ही लंबे समय से फंसे आदि कैलाश यात्रियों की दिक्कत को देखते हुए एसडीएम श्रेष्ठ गुनसोला ने कोतवाल विजेंद्र शाह के साथ सड़क का निरीक्षण किया।

उन्होंने बताया कि सड़क पर यातायात सुचारु होने पर बृहस्पतिवार यानि आज से आदि कैलाश यात्रा शुरू की जाएगी। यात्रियों को इनर लाइन परमिट जारी होंगे।

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