फर्जी रजिस्ट्री घोटाला मामले में पांच राज्यों में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय की ओर से कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है।
सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम और पंजाब के लुधियाना समेत कई लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
देहरादून और ऋषिकेश में भी अलग-अलग लोकेशन पर छापेमारी की गई। देहरादून पुलिस के अनुसार फर्जी रजिस्ट्री घोटाले के संबंध में दून पुलिस द्वारा कुल 13 अभियोग पंजीकृत करते हुऐ घोटाले में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई।
फर्जी रजिस्ट्री घोटाले के अभियुक्तों द्वारा मनीलॉन्ड्रिंग की संभावनाओं और घोटाले के दृष्टिगत E.D को विस्तृत रिपोर्ट जनवरी 2024 में दी गई थी।
आज जानकारी प्राप्त हुई की E.D द्वारा फर्जी रजिस्ट्री घोटाले के अभियुक्तों व अन्य के संबंध में दबिश दी जा रही है।
बताया जा रहा है कि फर्जी रजिस्ट्री मामले में शामिल भूमाफिया रजिस्ट्री कार्यालय में कार्यरत सरकारी कर्मचारी-अधिकारी, सरकारी वकील समेत कुछ बिल्डर के लोकेशन पर छापेमारी की गई।
बता दें कि जुलाई 2022 में फर्जी रजिस्ट्री मामले में पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। उसके बाद लगातार 18 मुकदमे दर्ज हुए। जिसमें 20 से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारी कर जेल भेजा जा चुका है।
ईडी की टीम ने आज सुबह से ही लगातार टीमों के साथ कई लोकेशन पर दबिश दी। जिसमें मुख्य आरोपियों समेत कई नामी लोगों के घर टीम ने दस्तक दी। ईडी छापेमारी के दौरान दस्तावेज, कागजात और कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई गई।
बीती 15 जुलाई 2023 को देहरादून सहायक महानिरीक्षक निबंधन ने एक शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें आरोपियों की मिलीभगत से षड्यंत्र रचकर उप निबंधक कार्यालय प्रथम और द्वितीय में अलग-अलग भूमि विक्रय दस्तावेज से छेड़छाड़ करने की बात गई थी।
शिकायत के आधार पर कोतवाली नगर देहरादून में मुकदमा दर्ज किया गया। जिसके बाद एसआईटी टीम का गठन किया गया। एसआईटी टीम ने 30 से ज्यादा रजिस्ट्रियों की जानकारी जुटाई।