ब्रेकिंग न्यूज़
खबर शेयर करे -

महज 24 की उम्र में बनी थी जज, पिता बोले-बेटी नहीं कर सकती ऐसा

बदायूं। सिविल जज जूनियर डिवीजन ज्योत्सना राय की मौत के मामले में हत्या का केस दर्ज किया गया है। उनके भाई और पिता का कहना है कि ज्योत्सना बहुत स्ट्रॉग थी। वह ऐसा कदम नहीं उठा सकती।

उनके भाई हिमांशु शेखर राय ने कई सवाल खड़े किए हैं. मृतक के जज के कमरे से नोट भी मिला है।

सिविल जज ज्योत्सना राय का शव संदिग्ध परिस्थितियों में घर के अंदर मिला था। वहीं से एक नोट भी मिला है. इसमें किसी के नाम का उल्लेख नहीं है।

उसमें लिखा है कि ‘मैं अवसाद में हूं, मेरी मृत्यु का जिम्मेदार कोई नहीं है मेरा अंतिम संस्कार अयोध्या में सरयू घाट पर करना और मेरे खरगोश का ख्याल रखना।  वहीं मृतका के भाई हिमांशु शेखर राय ने कई सवाल खड़े किए हैं।

मृतका के बड़े भाई हिमांशु शेखर राय जो बनारस में रेलवे में सिविल इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने ज्योत्सना राय की मौत पर सवाल उठाए हैं. हिमांशु के मुताबिक उनकी बहन बहुत स्ट्रॉन्ग थी और कभी भी ऐसा कदम नहीं उठा सकती थी. 15 दिन पहले वह अपने पिता को लखनऊ में नई कार खरीद कर आई थी और अपने लिए एक प्लॉट लेना चाह रही थी।

हिमांशु ने इस बात पर भी सवाल उठाए हैं कि जहां इतने सारे अधिकारी रहते हैं उस कॉलोनी में एक भी सीसीटीवी नहीं लगा हुआ था।

घर का खाली मेन डोर बंद था बाकी अंदर के सारे दरवाजे खुले हुए थे. किचन की तरफ पीछे का एक दरवाजा भी खुला हुआ था।

उन्होंने कहा पुलिस को मामले की गहनता से जांच करनी चाहिए। उन्होंने वहां से मिली डायरी पर भी सवाल उठाये कि उसके पन्ने फटे हुए थे।

यह भी पढ़ें :  बहू ने प्रेमी के साथ मिलकर सांस को दी ऐसी खौफनाक मौत जानकर कांप जाएगा कलेजा, जानें पूरा मामला
error: Content is protected !!