ब्रेकिंग न्यूज़
खबर शेयर करे -

“पकड़ा गया रौशिला गांव में अराजकता का पर्याय बना आरोपी, आखिर आरोपी ने किसकी शह पर किया दुस्साहस?”

हल्द्वानी। काठगोदाम थाने से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर हैड़ाखान मार्ग पर स्थित रौशिला गांव में पिछले 14 दिसंबर से दो मोटरसाइकिलों को आग के हवाले करने वाले अराजकता का पर्याय बने आरोपी को आखिरकार पुलिस ने धर दबोचा।

17 दिसंबर को थाना काठगोदाम क्षेत्र के रौशिला सैला गांव निवासी पीड़ित रमेश चंद्र जोशी और नवीन जोशी क्षेत्र के लोगों के साथ साथ ग्राम प्रधान ललित मोहन तिवारी और राज्य आंदोलकारी हरीश पनेरू के साथ काठगोदाम थाना पहुंचे थे। उन्होंने बताया था कि 14 दिसंबर और बीती रात उनकी मोटरसाइकिलों को किसी अराजक ने आग के हवाले कर दिया।

तहरीर के आधार पर थाना काठगोदाम में एफआईआर 132/2024 धारा 326(F) BNS बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया था। जहां एसओ दीपक बिष्ट ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि 24 घंटे के अंदर अपराधी को पकड़ लिया जाएगा।

हुआ भी ऐसा ही, एसओ के निर्देश पर सक्रिय हुई थाना पुलिस ने चंद घंटों में मोटरसाइकिलों को आग के हवाले करने वाले 25 साल के रोहित सम्मल पुत्र स्व. कुंदन सिंह सम्मल निवासी ग्राम रौशिला सैला को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।

आरोपी के पकड़े जाने के बाद से क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस लेते हुए पुलिस का आभार जताया है।

लेकिन अब आरोपी की गिरफ्तारी के बाद गांव में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। सूत्रों की मानें तो आरोपी रोहित सम्मल की इतनी हिम्मत नहीं थी कि वो दो – दो मोटरसाइकिलों में आग लगा दे।

गांव के लोग क्षेत्र के ही एक जनप्रतिनिधि और उसके साथी का नाम ले रहे हैं जिन्होंने आरोपी रोहित सम्मल को जोशी बंधुओं की बाइक में आग लगाने के लिए उकसाया।

जानकारी में यह भी आया है कि गांव के जागरूक ग्रामीण केवलानंद जोशी जो पीड़ित नवीन जोशी के भाई हैं, ने पिछले दिनों क्षेत्र में जल जीवन मिशन और सड़क निर्माण के घोटाले में लिप्त आरोपियों की नींद उड़ा रखी है। यह मामला कुमाऊं आयुक्त और जिले के तमाम अधिकारियों के संज्ञान में भी है। ऐसे में आरोपी बिलबिलाए घूम रहे हैं।

इतना ही नहीं आरोपियों को एक बड़े जनप्रतिनिधि का साथ है। जिसका परिणाम यह हुआ कि उन्होंने रोहित सम्मल के कंधे का इस्तेमाल कर जोशी बंधुओं की दो मोटरसाइकिलों में आग लगवा दी।

हालांकि यह जांच का विषय है कि रौशिला जैसे शांत गांव को अशांत करने में कौन कौन शामिल हैं। फिलहाल आरोपी जेल के भीतर है।

जानकारी में यह भी आया है कि जिस वक्त काठगोदाम पुलिस आरोपी को पकड़ कर ला रही थी, उस वक्त रोहित सम्मल ने उन दोनों लोगों के नाम भी लिए थे जिन्होंने उसे इस अपराध को करने के लिए तैयार किया था। अब आरोपी रोहित को उम्मीद है कि यही दो लोग उसे जेल से बाहर भी लाएंगे।

यह भी पढ़ें :  एनयूजे उत्तराखंड का राज्यस्तरीय महाअधिवेशन मार्च में होगा आयोजित -त्रिलोक चंद्र भट्ट
error: Content is protected !!