रानीखेत। ज़िला कांग्रेस कमेटी रानीखेत के पूर्व अध्यक्ष नारायण सिंह रावत ने केंद्र सरकार द्वारा संसद में स्वर्गीय पूर्व प्रधान मंत्री इंद्रा गांधी जी के द्वारा लगाये गए आपातकाल पर निंदा प्रस्ताव को लाना दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
केंद्र सरकार अपने 10 सालों के विकास कार्यों का लेखा जोखा जनता के सामने लाने के बजाय कांग्रेस के इतिहास को ढाल बनाकर अपनी ज़िमेदारी से बचना चाहती है।
इस बार के लोक सभा चुनाव में जिस प्रकार बीजेपी सरकार को आईना दिखाया है उससे तिलमिलाकर इतिहास की दुहाई दी जा रही है।
माननीय प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल में तानाशाही के बल पर नोट बंदी,किसान आंदोलन को कुचलने की साजिश और किसानों की मौत,लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया पर कंट्रोल, देश की स्वतंत्र संवैधानिक संस्थाओं का दुरपयोग,बेरोज़गारी,महंगाई,संविधान के साथ खिलवाड़ भी इमरजेंसी से कम नहीं! स्वर्गीय इंद्रा गाँधी जी ने ही भारत का पाकिस्तान का हस्तक्षेप, आतंकवाद पर गहरी चोट करते हुवे पाकिस्तान के दो टुकड़े करते हुवे बांग्लादेश बनाया ये बात बीजेपी क्यों नहीं बोलती।
आज तीसरी बार देश में बीजेपी की सरकार बनी है अगर सरकार आपातकाल पर बहस करना चाहती है तो फिर हिम्मत दिखाकर पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में जोड़ दे हम सरकार को नतमस्तक होकर सलाम करेंगे।
वर्तमान सरकार देश के आंतरिक मुद्दों पर कार्य करे क्योंकि इतिहास से वर्तमान नहीं बदला जा सकता है।