छात्र संघ चुनाव नजदीक आते ही कुमाऊं का सबसे बड़ा महाविद्यालय एमबीपीजी कॉलेज बना जंग का अखाड़ा बन चुका है, यहां आए दिन छात्र गुटों में लड़ाई झगड़ा वह मारपीट आम बात है, लिंगदोह कमेटी के नियमों का खुले आम उल्लंघन किया जा रहा है।
हल्द्वानी। कुमाऊं के सबसे बड़े महाविद्यालय मोतीराम बाबूराम राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सात नवंबर को होने वाले छात्रसंघ चुनाव का बिगुल बजते ही शिक्षा का मंदिर अब चुनावी अखाड़ा बन चुका है। अराजकता का अड्डा बन गया है।
लिंगदोह समिति की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। नियम बनाने वाले मौन बनकर पूरी तरह से अराजकता को अपना मूक समर्थन देने को मजबूर है। छात्रसंघ चुनाव में अपनी अपनी जीत का दांवा करने वाले नेता किसी भी हद तक जाने को तैयार है।
बता दें कि एमबीपीजी कालेज में छात्रसंघ चुनाव की तिथि घोषित होते ही चुनावी प्रचार के साथ छात्रों का शक्तिप्रदर्शन जारी है।
आचार संहिता लागू होने से पूर्व प्रत्याशियों ने समर्थकों संग जूलुस निकालकर शाक्ति प्रदर्शन किया। कालेज परिसर में प्रचार कर रहे दो गुटों में जमकर मारपीट हो गई। बीच बचाव में आई पुलिस कई अराजक तत्वों को मारपीटप के आरोप में कोतवाली ले आईं कालेज में दिनभर माहौल गर्म रहा।
बताया जा रहा है कि उपाध्यक्ष पद निर्दलीय चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ रैली निकाल रहे थे। जब रैली कालेज परसिर में पहुंची तो एबीवीपी के समर्थक प्रचार कर रहे थे। तभी किसी बात को लेकर दोनों गुटों में किसी बात को लेकर बहस हो गई।
देखते ही देखते मामला बढ़ गया और छात्रों के दो गुटों में आमने-सामने हो गए। पुलिस व कालेज प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को समझाने का प्रयास किया लेकिन छात्र नहीं माने।
जिसके बाद पुलिस ने कालेज में छात्रों की भीड़ को तीतर बितर करने के लिए लार्ठियां पफटकारी तो पुलिस की इस कार्रवाई से छात्रों का आक्रोश बढ़ गया और छात्रों का झुंड निकल कर नैनीताल रोड पर आ गया।
जिसके बाद वहां पर भी दोनों गुटों के छात्र में हाथापाई शुरू हो गयी। जिससे नैनीताल रोड में आधे घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने कार्रवाई की और कई लोगों को हिरासत में लेकर कोतवाली आ गए।
एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने कहा, लिंग दोह कमेटी के नियमों के आधार पर ही छात्रों को चुनाव प्रचार करने दिया जाएगा। अगर किसी ने कानून का उल्लंघन किया तो कार्रवाई की जाएगी।