एक तरफ सरोवर नगरी नैनीताल का मौसम सुहावना
वही तराई में कोहरे ने ओढ़ी सफेद चादर, जीवन हुआ अस्तव्यस्त
रिपोर्टर – गुड्डू सिंह ठठोला
नैनीताल। मौसम हुआ सुहावना वही मैदानी क्षेत्रों में कोहरे की मार से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है मैदानों में कोहरे के कहर के सामने पहाड़ों में खिली धूप मानों मौसम का पहाड़ों को अनमोल तोहफा नजर आने लगी है।
यहाँ सैलानी भी ईश्वर की इस अद्भुत देन को पाने के लिए पहाड़ों का लगातार रुख कर रहे हैं। सैलानियों के पहाड़ों की तरफ को आने के बाद यहाँ के व्यापारियों को रोजगार भी मिल रहा है।
मैदानी क्षेत्रों की सर्दियों में इस वर्ष अन्य वर्षों की अपेक्षा अधिक ठण्डी है। वहीं उत्तराखण्ड के पहाड़ों से भी कम तापमान के होने के कारण स्थानीय लोग ठण्ड के कहर को झेलने के लिए मजबूर हैं।
ठण्ड इतनी की ये मौसम भी सड़क में गुजर बसर करने वालों के लिए काल बनकर आया है। अब इस हाड कंपकंपा देने वाली ठण्ड से बचने के लिए सैलानी नैनीताल व अन्य पहाड़ी पर्यटन क्षेत्रों का रुख कर रहे हैं ।
जहाँ इन्हें शांत वादियो संग धूप के दर्शन हो रहे है। मैदानों के तापमान की अपेक्षा पहाड़ों में तापमान काफी कम है लेकिन दिन में खुला मौसम होने के कारण पर्यटकों को खिली हुई धूप देखने को मिल रही है।
यहाँ पर्यटक अपने परिवार और मित्रों समेत पहुंचकर खूब मौज मस्ती कर रहे हैं साथ में वो यहाँ से गर्म कपडे भी खरीद कर ले जा रहे हैं। पर्यटक नैनीझील में नौकायन करते है भी देखे गए। यहाँ पहुंचे पर्यटकों ने अपने सुखद अनुभव भी हमसे बांटे।
पहाड़ों का कुशगवार मौसम पर्यटकों को अपनी तरफ खिंच रहा है तो वहीं पर्यटकों को देख नैनिताल के व्यापारियों के चेहरे भी खिलने लगे है। पर्यटक नैनीताल में गर्म जैकेट, ग्लव्स, शाल, मफलर, टोपी आदि खरीद रहे है जिससे यहाँ के व्यवसाय को भी फायदा पहुँच रहा है।
वही नगर पालिका द्वारा अलाव की व्यवस्था करने से लोगो को बड़ी राहत मिली है। पर्यटक भी ठण्ड से लड़ने के लिए अलाव का आनंद उठाते देखे गए है। और जैसे ही अलाव जलता है वैसे ही स्थानियों के साथ पर्यटक भी आग सेकने आ जाते है।