क्या है पेजर, जिसके फटने से लेबनान में 18 लोगों की मौत, 3 हजार से ज्यादा घायल
लेबनान के कई शहरों में 18 सितंबर को लोगों की जेब और हाथ में रखे पेजर अचानक फटने लगे. 1 घंटे तक चले इन धमाकों में लेबनान से लेकर सीरिया 18 लोगों की मौत और 3 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हो गए।
पेजर्स वॉकी-टॉकी के जैसे होते हैं. हैकिंग और हमलों के खतरे से बचने के लिए हिजबुल्लाह के लड़ाके मोबाइल फोन की जगह इनका इस्तेमाल करते हैं. इसमें मैसेज भेजने के लिए रेडियो वेव का इस्तेमाल होता है।
लेबनान में मंगलवार को कई पेजरों में सिलसिलेवार धमाके हुए, जिसके बाद ये कहा जा रहा है कि हिज्बुल्लाह के लड़ाकों के जेब में बम रखा हुआ था. लेबनान का हिजबुल्लाह गुट पेजर को संचार का सबसे सेफ माध्यम समझ रहा था, लेकिन वो बम साबित होगा ये उसने कभी सोचा भी नहीं होगा।
इजराइल को हमले का जिम्मेदार बताया जा रहा है. दरअसल, 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमास के हमले के बाद से ही हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने मोबाइल फोन के बजाय पेजर का इस्तेमाल करना शुरू किया।
हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्लाह ने पहले समूह के सदस्यों को सेलफोन न रखने की चेतावनी देते हुए कहा था, उनका इस्तेमाल इजराइल द्वारा उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए किया जा सकता है। पेजर कम तकनीक वाला उपकरण है. इजराइल की फोर्स लोकेशन को ट्रेस ना कर पाए, इसके लिए हिजबुल्लाह के लड़ाकों को पेजर दिया गया था।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन पेजर्स में धमाका हुआ, वे हाल के महीनों में ही हिजबुल्लाह द्वारा खरीदे गए थे. ऐसा मानना है कि बैटरियों की ओवरहीटिंग के कारण पेजर में धमाके हो सकते हैं. हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स ने आशंका जताई है कि अकेले बैटरी के कारण ही विस्फोट नहीं हुआ होगा।
हिजबुल्लाह पेजर को संचार के हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा था लेकिन इजराइल ने उसका तोड़ निकाला. लेबनान के एक एक्सपर्ट के मुताबिक, कम तकनीक वाले पेजर में खामियों का फायदा इजराइल ने उठाया। कहा ऐसा भी जा रहा है कि पेजर्स को हिजबुल्लाह तक पहुंचने से पहले ही उसमें इलेक्ट्रॉनिक रूप से छेड़छाड़ की गई थी या विस्फोटक उपकरण के साथ उसे सौंपा गया था।
राइज एंड किल फर्स्ट बुक के अनुसार, इजराइल पहले भी दुश्मनों को निशाना बनाने के लिए पर्सनल फोन में विस्फोटक रख चुका है। हैकर फोन में कोड डालते हैं जिससे उसकी बैटरी ओवरहीट होती और विस्फोट की वजह बनती है. लेबनान के विदेश मंत्रालय ने विस्फोटों को इजराइल साइबर अटैक बताया, लेकिन इसके पीछे की वजह वह नहीं बना पाए।
अल जजीरा ने एक लेबनानी सुरक्षा सूत्र के हवाले से बताया, हर पेजर में 20 ग्राम से कम वजन का विस्फोटक रखा गया था. मिडिल ईस्ट इंस्टीट्यूट के चार्ल्स लिस्ट ने कहा, मोसाद ने हिजबुल्लाह की सप्लाई चेन में अपनी पैठ बनाने के बाद पेजर में छेड़छाड़ के ऑपरेशन को अंजाम दिया।
उन्होंने कहा, हर बैटरी के साथ एक छोटा विस्फोटक छिपाया गया, जिसे कॉल या पेज (मैसेज) के माध्यम से विस्फोट किया गया।