उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेता तुला सिंह तड़ियाल ने बावी पवार के खिलाफ दर्ज हुई प्राथमिकी और आज बावी पवार को गिरफ्तार करने को लेकर सचिवालय संघ की हड़ताल को लेकर प्रैस को जारी एक बयान में कहा है कि, बावी पवार की प्राथमिकी आन्दोलनकारियों को कुचलने की एक सोची समझी साज़िश है।
बावी पवार पिछले लम्बे समय से जन संघर्षों में हैं उन्होंने सरकार में मची लूट को कई बार सार्वजनिक किया है जिसके कारण वे सरकार के आंख की किरकिरी बन चुके हैं जाहिर सी बात है आज वे किसी गम्भीर मसले को लेकर सचिव को मिलने गए होंगे वहाँ जाकर उनके द्वारा सचिव व उनके कर्मचारियों के साथ मारपीट की कल्पना करना भी बेइमानी है।
उतराखंड का सचिवालय कोई जंगल का ढाबा नहीं है जहाँ पर मुसाफिरों में आपस में मारपीट हो गई हो उनके खिलाफ अपने कर्मचारियों से पुलिस में रिपोर्ट लिखवाना सीधे सीधे पद का दुरूपयोग है।
सचिवालय संघ को भी अपने आकाओं को खुश करने के बजाय कर्मचारी हितों के लिए धरना प्रदर्शन करना चाहिए। लम्बे संघर्ष व 42 शहादतों के बाद बने इस राज्य में आज भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना एक गुनाह हो गया है।
यहाँ भ्रष्टाचार का आलम यह है कि करोड़ों रुपये की लागत से बने पुल व फ्लाईओवर छ: महीने नही टिक पा रहे हैं भर्तियो में कमीशन खाेरी आम बात हो गई है अभी हाल ही में पौड़ी जिले का एक प्रकरण सामने आया है जिसमें डाकपाल पद में नियुक्त हुए।
आदमी को हिन्दी में आवेदन लिखना नहीं आया ऐसे ही हजारों की तादाद में उतराखंड में भरे गये हैं यह डबल इंजन सरकार का एक तरह से हमारे लिए तोहफा है। समूचा उतराखंड भू माफियाओं के कब्जे में है यहाँ एक तरह से जंगलराज चल रहा है।
उन्होंने प्रदेशभर के सभी आन्दोलनकारी शक्तियों से अलग अलग खेमों में बटकर लड़ाई लड़ने के बजाय संगठित होकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया है।
तड़ियाल ने सरकार से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जाँच कर दोषी लोगों के खिलाफ शख्त कार्यवाही अमल में लायी जाय।
तुला सिंह तड़ियाल वरिष्ठ नेता उतराखंड क्रांति दल