महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित आधार सेंटर के कर्मियों द्वारा किया जा रहा था फर्जीवाड़ा
रुद्रपुर में तैनात कर्मचारी नेपाल, यूपी और देहरादून में जाकर लोगों के बनाते थे आधार कार्ड
3 कर्मियों की लोकेशन ट्रेस होने के बाद महिला एवं बाल विकास निदेशालय की ओर से उन्हें हटा दिया गया है।जिले की 10 बाल विकास परियोजनाओं में छह साल तक के बच्चे, गर्भवती व धात्री महिलाओं के आधार कार्ड बनाने के लिए आधार सेंटर संचालित किए गए थे।
विभाग की ओर से लोगों को डोर-टू-डोर सेवा देने के लिए गांवों में आधार कार्ड के कैंप भी लगाए जाते हैं लेकिन रुद्रपुर के शहरी व ग्रामीण बाल विकास परियोजनाओं के कर्मी इसमें भी फर्जीवाड़ा करने लगे।बाल विकास परियोजना से मिली जानकारी के मुताबिक आधार कार्ड बनाने वाले कर्मचारियों की ओर से नेपाल, यूपी व देहरादून में जाकर आधार कार्ड बनाने के लिए लॉगिन आईडी खोली गई।
आईडी का लॉगिन खुलते ही इनकी लोकेशन निदेशालय स्तर से ट्रेस की गई। इसपर इन कर्मचारियों की ओर से इन जगहों में आधार कार्ड बनाने का मामला सामने आया था।
निदेशालय स्तर से रुद्रपुर बाल विकास परियोजना कार्यालय में तैनात एक ऑपरेटर व ग्रामीण बाल विकास परियोजना कार्यालय में तैनात भाई-बहन(दो ऑपरेटर) की आईडी बंद करके इन्हें आधार सेंटर से हटा दिया गया है।
इसके चलते रुद्रपुर शहरी बाल विकास परियोजना और ग्रामीण बाल विकास परियोजना में आधार सेवाएं ठप चल रही हैं।