भीमताल विधानसभा के ग्रामीणों को घरो में आजादी क़े बाद भी आजतक पानी नसीब नहीं, ग्रामीणों ने पानी लेकर धरना प्रदर्शन की नारेबाजी
रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला
नैनीताल/ओखलकांडा। भीमताल विधानसभा क्षेत्र में पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरु के नेतृत्व में एक धरना प्रदर्शन ग्राम पदमपुर के तोक गल्पा इससे पहले गल्पा पातल में आयोजित किया गया।
जिसमें ग्रामीण अपने छोटे, छोटे बच्चों ले कर बड़ी संख्या में उपस्थित हुए तथा ग्रामीणों ने नारेबाजी कर कहा कि आजादी से लेकर आज तक गल्पा के लोग 2 किलोमीटर से पानी सिर पर लाने को मजबूर है।
सरकार द्वारा हर घर नल हर घर जल योजना के तहत भी उन्हें पानी मिलने की गारंटी नहीं है क्योंकि जिस विभाग को पदमपुर ग्लपा पीने पानी देने का काम मिला हुआ है।
वह विभाग पर जल निगम पानी हर घर पहुंचने के लिए ग्रामीणों के सामने ठोस प्रस्ताव अब तक नहीं रख पाया है मात्र गुमराह कर कभी कुछ कभी कुछ बोल कर लिपा पोती करने का प्रयास किया जा रहा है।
जिससे ग्रामीणों को विश्वास नहीं है कि उन्हें अभी पानी मिल पाएगा क्योंकि उक्त क्षेत्र में कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आता है इसका फायदा संबंधित ठेकेदार एवं अधिकारी लीपा पोती कर भ्रष्टाचार कर सकते हैं।
धरना स्थल पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरु ने अस्वस्थ किया कि किसी भी हाल में ग्रामीणों को पानी दिलाने के लिए वे जो भी लड़ाई लड़नी पड़ेगी उसको लड़ेंगे इसके लिए आज उप जिलाधिकारी धारी को दूरभाष के माध्यम से अवगत करा दिया गया है।
अगर 15 दिन के अंदर ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो जिला मुख्यालय पर महिलाओं के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी पर जल निगम के साथ-साथ ही स्थानीय प्रशासन एवं जिला प्रशासन की होगी उप जिलाधिकारी धारी द्वारा महिलाओं से वार्ता कर कल मौके पर टीम रवाना करने का आश्वासन दिया गया।
तब जाकर धरना समाप्त करने की घोषणा पूर्व राज्य मंत्री हरीश पनेरु ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह धैर्य बनाए रखें उनको अपनी लड़ाई जीत कर ही दम लिया जाएगा इस अवसर पर आज दो अभी दो हमें पानी दो अन्याय सहन नहीं करेंगे हर जोर जुल्म की टक्कर पर संघर्ष हमारा नारा है।
ग्रामीण महिलाओं की आवाज सुनने होगी सनी होगी अन्याय सहन नहीं करेंगे आदि नारे लगाए तथा भगवान इष्ट देवता को साक्षी मानकर पानी के लिए लड़ाई में भगवान से सहयोग मांगा गया।
इस अवसर पर योगेश भुवन चंद नवीन चंद देवकी देवी विनोद चंद महादेव पनेरु चंदन पनेरू हेमचंद कीर्ति पनेरु और सरोली देवी यशोदा नारायण दत्त कौशल्या देवी कमला देवी सरस्वती देवी सरोली देवी कमला देवी कमल चंद्र पुष्पा देवी तेजस्वी देवी शांति देवी पूजा पनेरू दया किशन चंद्रावल्लभ तथा सैकड़ो ग्रामीण बच्चे पुरूष एवं महिलाएं उपस्थित थी।