आदि कैलास, ऊं पर्वत आने वाले श्रद्धालुओं की तादात में होगा इजाफा
पिथौरागढ़ से दिल्ली तक 490 किलोमीटर का थकानभरा सफर अब मात्र सवा घंटे में पूरा हो जायेगा। पिथौरागढ़ में नाश्ता कर यात्री दिल्ली में लंच कर सकेंगे।
दिल्ली तक हवाई सेवा की तीन दशक पुरानी मांग मंगलवार को धरातल पर उतरने के साथ ही अब जिले के बहुआयामी विकास के रास्ते भी खुलेंगे।
वर्ष 1991 में नैनी सैनी में हवाई पट्टी का शुभारंभ तत्कालीन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री गुलाम नबी आजाद और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रखी थी। जिले के लोगों को उम्मीद थी कि जल्द हवाई सेवायें शुरू हो जायेंगी, लेकिन इस उम्मीद को पूरा होने में तीन दशक का समय लग गया।
कुछ ही समय पूर्व देहरादून और हल्द्धानी के लिए नियमित हवाई सेवा शुरू हो पाई। लोग दिल्ली के लिए सेवा का इंतजार कर रहे थे जो गुरूवार को पूरी हुई।
पिथौरागढ़ से दिल्ली तक की हवाई यात्रा 1.25 घंटे में पूरी होगी। सड़क से टैक्सियों से सफर करने में यात्रा में 12 से 14 घंटे का समय लगता है, रोडवेज की बसें 18 से 20 घंटे का समय लेती हैं। लंबी यात्रा के चलते लोगों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं, खासकर जब किसी बीमार व्यक्ति को उपचार के लिए दिल्ली जाना होता है।
आपात स्थिति में अब बीमार व्यक्ति भी आसानी से दिल्ली पहुंच सकेंगे। बुजुर्गों को भी इस सेवा से खासा लाभ मिलेगा। पिथौरागढ़ जिले में तैनात सेना सहित तमाम अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों, जवानों को देश के अलग-अलग हिस्सों स्थित अपने घरों तक पहुंचने में आसानी होगी। व्यापारी दो दिन में दिल्ली से खरीददारी कर वापस घर लौट सकेंगे।
दिल्ली के लिए हवाई सेवा शुरू हो जाने से ऊं पर्वत, आदि कैलास दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की तादात भी बढ़ेगी। सफर लंबा होने के कारण अभी बहुत अधिक श्रद्धालु पिथौरागढ़ नहीं पहुंच पा रहे हैं। दिल्ली से अब यात्री विमान के जरिये सवा घंटे में पिथौरागढ़ और पिथौरागढ़ से गुंजी मात्र 20 मिनट में पहुंच सकेंगे। इस कनेक्टविटी के चलते निकट भविष्य में पिथौरागढ़ में पर्यटन कारोबार में बड़ा उछाल आने की उम्मीद है।
पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ होटल एसोसिएशन सहित विभिन्न संगठनों ने पिथौरागढ़- दिल्ली हवाई सेवा का किराया यथावत रखे जाने की मांग की है। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजेंद्र भट्ट ने कहा है कि उद्घाटन अवसर पर यात्रियों से 2500 रूपये किराया रखा गया है।
शनिवार तक यही किराया रखे जाने की बात कही गई है। इसके बाद किराया सात हजार रूपये होगा। उन्होंने कहा कि यह किराया बहुत अधिक है।