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राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरु ने थलाङी- क्वैदल में आयोजित ग्रामीण आक्रोश बैठक में वनाधिकारियों से बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग

भीमताल। पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री एवं प्रमुख राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरु ने ग्राम थलाङी क्वैदल में आयोजित ग्रामीण आक्रोश बैठक में शामिल होकर बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग वनाधिकारियों से की।

राज्य आन्दोलनकारी पनेरु ने ग्रामीण जनों ने आग्रह किया कि वे अकेले इघर-उघर न जायें सबसे ज्यादा परेशानी एवं भय बच्चों को क्वैदल से धानाचूली तक पैदल स्कूल जाने में है।

  इस लिए वन विभाग बच्चों के स्कूल आने जाने के लिए वाहन लगाये ।

कई बच्चे एक सप्ताह से स्कूल नहीं गए हैं डर के मारे ग्राम प्रधान किरण देवी की अध्यक्षता में बाघ के आतंक से निपटने के लिए रणनीति बनाई गई है तथा वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग की गई ।

पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश चन्द्र ने आगे डीएफओ से स्पष्ट आग्रह किया है कि कोई भी जान माल का खतरा होगा तो उसकी जिम्मेदारी वन विभाग की होगी क्योंकि वन विभाग की ग्रामीण जनों की मांग को अनदेखा कर रहा है।

इसके बाद पनेरु ने स्कूल से घर वापस आते हुए बच्चों से रास्ते में उन से बात कीई और बच्चों को सावधानी से विद्यालय आने जाने को बोला ।

पनेरु ने बताया कि अगर उक्त बातों को वन विभाग नहीं मानता है तो गांव क्षेत्र के लोगों के साथ आन्दोलन किया जायेगा।

इस दौरान आनसिंह, कृपाल सिंह, हरेन्द्र सिंह,प्रकाश चन्द्र , गोपाल सिंह, शेर सिंह, आनन्दी देवी, रेखा देवी आदि मौजूद रहे।

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