नैनीताल में क्रिसमस त्योहार में बड़े ही धूमधाम से बनाया गया
मैथोडिस्ट चर्च और फ्रांसिस चर्च को दुल्हन की तरह सजाया गया
रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला
नैनीताल। एशिया के सबसे पुराने मैथोडिस्ट चर्च में क्रिसमस का सेलिब्रेशन धूमधाम से मनाया गया। नैनीताल में क्रिसमस का जश्न पर ब्रिटिश काल मे बने मैथोडिस्ट चर्च और फ्रांसिस चर्च को दुल्हन की तरह सजाया गया है।
देर रात चर्चों में प्रभु ईशु के जन्म की परंपरा को निभाया गया। जबकि आज सुबह से चर्चों में लोग प्रार्थना के लिये जुटे हैं। मल्लीताल के एतिहासिक मैथोडिस्ट चर्च में भारी संख्या में लोग प्रार्थना के लिये पहुंचे। इस दौरान लोगों ने प्रभु ईशू को याद किया।
ईसाई धर्म के साथ ही नैनीताल पहुचे पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने भी क्रिसमस के मौके पर चर्च पहुंचकर कर देश दुनिया को प्रेम का संदेश देते विश्व शांति और खुशहाली के लिए प्रार्थना की गई।
सरोवर नगरी में क्रिसमस के अवसर पर गिरजाघरों में कोरल गाई गई और ईशु के जन्म के महत्व पर प्रकाश डाला गया। मैथोडिस्ट चर्च में पादरी अजय हैरी और कैथलिक चर्च के पादरी नवीन के नेतृत्व में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
पादरी आशुतोष दानी ने बताया कि क्रिसमस पर सुबह विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इधर नगर की मॉल रोड में स्थित कैथलिक चर्च जो कि लेक चर्च के नाम से भी जाना जाता है। वहा पर सुबह कैरल गाई गई और ईशु के साथ ही माता मरियम को भी याद किया गया।
इस दौरान फादर चंद्र पॉल, अजय हेरिसन, मिस्टर एडी मेसी, सुशील डेविड, जगदीश मैथ्यू, वीनू मेसी, मुकेश दास, कमल डेविड, संध्या, आरके लाल, अभिनव जौनाथन, जेए विल्सन, जोसेफ जॉन, सनी जॉन, कैथरीन, महिमा, उषा पॉल, ईवा पॉल, विजय पॉल, मार्टिन, शरद इस दौरान बिशप शॉ की प्रबंधक नीलम दानी, पूर्व प्रधानाचार्य जे. विल्सन, आरके लाल, जॉन बर्नार्ड, जोजफ जॉन, शनि जॉन, कैटरीन, हनी, महिमा व विजय पाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।