बैंक के नाम से मेडिकल व ट्रेनिंग कराने के लिए भेजे पत्र,ट्रेनिंग के लिए बुलाया पटना,ज्वाइनिंग लेटर भी दिया
हरिद्वार। श्यामपुर थाना क्षेत्र में रहने व्यक्ति से बेटे की नौकरी एसबीआई बैंक में लगवाने के नाम पर 12.49 लाख की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है।
पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर चार आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, सतीश कुमार निवासी ग्राम गैंडीखाता थाना श्यामपुर ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसकी भतीजी खेलकूद प्रतियोगिताओं में भाग लेती है, उसके जरिये उसकी जान पहचान आकाश उर्फ रविराज मलिक से हुई थी।
उसने भतीजी को बताया कि उसकी एसबीआई बैंक दिल्ली के उच्चाधिकारियों से जान पहचान है। बैंक कश्मीरी गेट दिल्ली में क्लर्क की भर्ती होनी है। वह नौकरी लगवा देगा, कोई जानकार हो तो बताना। साल 2022 में आकाश घर पर आया। बेटे हरीश की नौकरी लगवाने के लिए 12.50 लाख का खर्च बताया।
उस वक्त आकाश के साथ दीपक श्रीवास्तव व सूरज कुमार घर आए थे। उन्होंने विनोद उर्फ विशाल को एसबीआई बैंक में अफसर बताते हुए हरीश की नौकरी लगवाने की बात कही। फोन पर उनकी बात कराई। अलग-अलग खातों में कुल 12 लाख 49 हजार भिजवा दिए।
बैंक के नाम से उन्हें मेडिकल व ट्रेनिंग कराने के लिए पत्र भेजे। हरीश जब दिल्ली गया तो उसे ट्रेनिंग के लिए पटना बुलाया। वहां पहुंचने पर ज्वाइनिंग लेटर दे दिया, लेकिन आज तक बैंक में नौकरी नहीं लगी। बातचीत करने पर संतोषजनक उत्तर नहीं दिया।
जानकारी जुटाने पर पता चला कि गैंग बनाकर लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करते हैं। देवबंद में भी इनके खिलाफ केस दर्ज हैं।
थाना प्रभारी नितेश शर्मा ने बताया कि आरोपी रविराज मलिक उर्फ आकाश, दीपक श्रीवास्तव निवासीगण शाहबुद्दीन रोड नया रामपुरी गेट नंबर-3 मुजफ्फरनगर, विनोद उर्फ विशाल निवासी हैबिटैट पंचत्व अपार्टमेंट ग्रेटर नोएडा थाना बिसरत, जिला गौतमबुद्ध नगर यूपी, सूरज कुमार निवासी बिधलीपुर पटना बिहार के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।