इजराइल -हमास युद्ध को छह महीने हो चुके हैं। इस दौरान गाजा में भीषण तबाही हुई है. इजरायली सेना लगातार गाजा पट्टी पर हमले कर रही है. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक 30,717 फलस्तीनी लोगों की मौत हो चुकी है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते 24 घंटे में 86 लोगों के शवों को अस्पताल लाया गया, जबकि 113 घायलों को भर्ती कराया गया।
सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चे मारे गए
बता दें कि गाजा का स्वास्थ्य मंत्रालय हमास द्वारा संचालित सरकार का हिस्सा है और हताहत होने वालों का पूरा ब्योरा अपने पास रखता है. गाजा में बीते कुछ दशकों के दौरान हुए युद्धों के सिलसिले में इसके आंकड़े काफी हद तक संयुक्त राष्ट्र, स्वतंत्र विशेषज्ञों और यहां तक कि इजराइली आंकड़ों से मेल खाते हैं. मंत्रालय अपनी संख्या में आम नागरिकों और लड़ाकों के बीच अंतर नहीं करता है, लेकिन इसका कहना है कि युद्ध में मारे गए लोगों में महिलाओं और बच्चों की संख्या लगभग दो-तिहाई है।
हमास के 10 हजार लड़ाके ढेर
इसमें कहा गया है कि वास्तविक मृतक संख्या अधिक है, क्योंकि इजराइली हवाई हमलों के मलबे में और उन क्षेत्रों में शव दबे हुए हैं, जहां चिकित्सा दल नहीं पहुंच सकते हैं।
बताया जा रहा है कि इस हमले में अब तक सबसे ज्यादा फिलिस्तानी नागारिक मारे गए हैं. इसमें कहा गया है कि अब तक युद्ध में 72,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. इजराइल का कहना है कि उसने युद्ध में अब तक हमास के 10,000 से अधिक लड़ाकों को मार गिराया है।
इजरायल पर हमास ने किया था हमला
गौरतलब है कि इस युद्ध की शुरुआत हमास द्वारा पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल में किए गए अचानक हमले के साथ हुई थी। इस हमले में हमास के आतंकवादियों ने करीब 1200 लोगों की हत्या कर दी थी और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था।
इजराइल के जवाबी हमले ने गाजा की 23 लाख की आबादी में से लगभग 80 प्रतिशत लोगों को अपना घर छोड़कर कहीं और शरण लेने के लिए मजबूर कर दिया है और हजारों फिलिस्तीनियों को भुखमरी के कगार पर धकेल दिया है।