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हल्द्वानी। लालकुआं क्षेत्र अंतर्गत बिंदुखत्ता स्थित घोड़ानाला से जुड़ा एक मामला शनिवार को सामने आया, जिसने कुछ समय के लिए पूरे इलाके में चिंता का माहौल बना दिया।

घोड़ानाला के राजकीय इंटर कॉलेज में कक्षा 10 में पढ़ने वाली तीन छात्राएं सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकली थीं, लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटीं। छात्राओं के घर न पहुंचने पर परिजनों की बेचैनी बढ़ गई।

घर से स्कूल के लिए निकलीं, शाम तक नहीं लौटीं

परिजनों के अनुसार तीनों छात्राएं रोज की तरह सुबह अन्य बच्चों के साथ स्कूल जाने के लिए निकली थीं। जब शाम हो गई और उनका कोई पता नहीं चला तो परिजनों ने पहले अपने स्तर से रिश्तेदारों और आसपास के इलाकों में तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद परिजन लालकुआं कोतवाली पहुंचे और तीनों छात्राओं की गुमशुदगी दर्ज कराई।

सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी। पुलिस टीम ने छात्राओं के मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया, जिससे अहम जानकारी सामने आई।

जांच में पता चला कि तीनों छात्राओं की लोकेशन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में है। यह जानकारी मिलते ही पुलिस ने बिना देरी किए छात्राओं से संपर्क साधा।

मोबाइल पर बातचीत के दौरान पुलिस ने छात्राओं को समझाया और भरोसा दिलाया कि उनके साथ कोई सख्ती नहीं की जाएगी। पुलिस की लगातार काउंसलिंग के बाद छात्राएं बरेली आने के लिए राजी हुईं।

इसके बाद पुलिस टीम परिजनों को साथ लेकर बरेली पहुंची, जहां तीनों छात्राओं को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।

बरामदगी के बाद पुलिस ने छात्राओं से विस्तार से पूछताछ की और सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी कीं। मेडिकल परीक्षण के दौरान छात्राएं पूरी तरह सुरक्षित पाई गईं।

पूछताछ में छात्राओं ने बताया कि वे अपनी एक सहेली का जन्मदिन मनाने के लिए पंतनगर जाना चाहती थीं, लेकिन जल्दबाजी में गलत ट्रेन में सवार हो गईं। इसी वजह से वे कुछ ही घंटों में लखनऊ पहुंच गईं।

छात्राओं ने बताया कि लखनऊ पहुंचने के बाद वे घर लौटना चाहती थीं, लेकिन घरवालों की डांट के डर से हिम्मत नहीं जुटा सकीं।

इसी दौरान परिजनों द्वारा गुमशुदगी दर्ज कराए जाने की जानकारी मिलने पर पुलिस ने उनसे संपर्क किया और उन्हें सुरक्षित वापस लाया।

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ब्रजमोहन सिंह राणा ने बताया कि पुलिस की तत्परता, तकनीकी सहायता और ऑनलाइन काउंसलिंग की मदद से छात्राओं को सकुशल बरामद किया गया।

सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद तीनों छात्राओं को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया, जिसके बाद परिवार ने राहत की सांस ली।

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