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 नैनीताल लोकसभा सीट हमेशा से ऐतिहासिक सीट रही 

इस सीट पर भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत परिवार का पिछले 27 सालों तक रहा दबदबा 

रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला

नैनीताल- उधमसिंह नगर संसदीय सीट गोविंद बल्लभ पंत परिवार की कर्मभूमि रही है और यहां उनके पुत्र और बहू सांसद बनकर केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं।नैनीताल संसदीय सीट पर आजादी के बाद से देखा गया है कि भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत परिवार का दबदबा रहा है।

जहां उनके दामाद, बेटे और बहू भी सांसद रह चुके हैं।नैनीताल से पंत परिवार का पुराना नाता रहा है। संसदीय सीट पर 6 बार हुए लोकसभा चुनाव में पं. गोविंद बल्लभ पंत परिवार का रहा दबदबा 27 वषों तक केसी पंत व ईला पंत रहे सांसद,चुनाव लड़ने वाले पंत परिवार से अभी आशीर्वाद लेते है।

बता दे कि देश के पहले चुनाव में 1951-52 में गोविन्द बल्लभ पंत के जवाईं सीडी पान्डे और 1957 के दूसरे चुनाव में भी कांग्रेस के ही सीडी पान्डे सांसद बनने में सफल रहे।

यह नहीं नैनीताल संसदीय सीट पर गोविंद बल्लभ पंत के पुत्र के 1962 से लेकर 1971 तक लगातार 15 वर्षों तक इस सीट से सांसद रहे केसी पंत 26 वर्षों तक केंद्रीय मंत्रिमंडल में रक्षा, गृह, वित्त,शिक्षा, योजना, परमाणु ऊर्जा,बिजली, इस्पात इत्यादि मंत्री के रूप में बखूबी अपने दायित्व को निभाया है।

1962 के चुनाव में केसी पंत ने 64643 वोटो के अंतर से, जबकि 1967 के चुनाव में 33859 वोटो के अंतर से जबकि 1971 के हुए चुनाव में लगभग 100000 वोटो से जीत हासिल की थी।इल्ला पंत नैनीताल संसदीय सीट से एकमात्र महिला सांसद रह चुकी है।

आजादी के बाद कई वर्षों तक कुमाऊं की राजनीति में पंत परिवार का दबदबा रहा कई रिकार्ड भी अभी तक उन्हीं के नाम कायम है।वर्ष 1998 में हुए चुनाव में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट से भाजपा ने पंत परिवार की बहू इला पंत को चुनाव मैदान में उतारा था जहां इला पंत भारी मतों से जीत हासिल की थी।

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