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बहुचर्चित भर्ती घोटाले के सरगना लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी समेत अन्य आरोपियों की संपत्ति होगी कुर्क 

हरिद्वार।  जिलाधिकारी हरिद्वार धीराज सिंह गरबयाल ने इसके आदेश दिए हैं। चतुर्वेदी की 34 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति हरिद्वार और लक्सर में है। तहसीलदार लक्सर और हरिद्वार को अचल संपत्ति का प्रशासक नियुक्त किया गया है।

लोक सेवा आयोग द्वारा कराई गई पटवारी और जेई एई भर्ती की लिखित परीक्षा में घोटाला सामने आया था। पुलिस जांच में आयोग का अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ही घोटाले का मास्टरमाइंड निकला था।

चतुर्वेदी ने पेपर आउट कर परीक्षा से पहले कई अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उन्हें पर्चा सॉल्व कराया था। आरोपियों के खिलाफ कनखल थाने में गैंगस्टर ऐक्ट में भी मुकदमा दर्ज है।

मामले की जांच श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा कर रहे हैं। चतुर्वेदी ने पर्चा बेचकर जुटाई लाखों की जमीन पुलिस की जांच में सामने आया कि पेपर बेचकर जुटाई गई रकम से गैंगलीडर संजीव चतुर्वेदी ने अपने नाम पर जगजीतपुर कनखल में 150 वर्ग मीटर जमीन और साली रूमा के नाम बसेड़ा खादर लक्सर में 0.102 हेक्टर जमीन खरीदी थी।

गैंग के अन्य सदस्य रामकुमार पुत्र सुग्गन सिंह के नाम पर भी भगतनपुर आबिदपुर उर्फ इक्कड में करीब 186 वर्ग मीटर जमीन खरीदी गई। प्रशासन की टीम ने तीनों प्लॉटों की कीमत 34 लाख रुपये से अधिक आंकी है।

एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर पुलिस ने सरगना संजीव चतुर्वेदी की इन अचल संपत्तियों को कुर्क करने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी थी। डीएम धीराज सिंह गर्न्याल ने संपत्ति कुर्क करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

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