हल्द्वानी। उत्तराखंड देवभूमि ट्रक ऑनर्स महासंघ ने ओवरलोडिंग रोकने की अपनी पुरानी मांग को लेकर शासन और प्रशासन को चेतावनी दी है।
महासंघ का कहना है कि प्रशासन के सहयोग के बावजूद ओवरलोडिंग पर काबू नहीं पाया जा सका जिसके कारण कई गंभीर हादसों, जैसे सल्ट और अल्मोड़ा हादसों में निर्दोष लोगों की जान गई।
महासंघ ने आरोप लगाया कि ओवरलोडिंग से सबसे ज्यादा नुकसान ट्रकों से हो रहा है, जबकि प्रशासन बसों और टैक्सियों को जिम्मेदार ठहरा रहा है महासंघ ने प्रशासन से जल्द से जल्द पूरे उत्तराखंड में ओवरलोडिंग पर रोक लगाने की मांग की है।
साथ ही चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आगामी दिनों में पूरे राज्य में हड़ताल करेंगे। महासंघ का कहना है कि ओवरलोडिंग से होने वाली दुर्घटनाओं और सरकारी संपत्ति के नुकसान को रोकने के लिए यह कदम जरूरी है, और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।