प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर देश भर से बड़ी संख्या श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचे थे. इसी दौरान 29 जनवरी की सुबह भगदड़ मच गई. इस हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. जबकि 36 घायलों का इलाज चल रहा है।
इस हादसे में उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले की रहने वाली एक महिला की मौत हो गई. परिजनों की जब मौत की खबर मिली तो कोहराम मच गया.
दरअसल, उधम सिंह नगर जिले के किच्छा क्षेत्र से तीन बसों के जरिये 200 से अधिक श्रद्धालुओं 27 जनवरी की शाम को प्रयागराज के लिए रवाना हुए थे. बुधवार की सुबह बैरियर कथित बैरियर टूटने भगदड़ मच गई. इस हादसे में जिले की किच्छा निवासी गुड्डी देवी पत्नी खेमपाल की मौत हो गई.
इस हादसे की जानकारी मृतका गुड्डी देवी के छोटे बेटे राजू कोली ने परिजनों को दी. हादसे की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. महाकुंभ भगदड़ में गुड्डी देवी के मौत की खबर सुनकर किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला समेत कई लोग मृतका के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की।
मृतक महिला के पुत्र रिंकू कोली ने बताया कि 27 जनवरी को मेरी मां छोटे भाई राजू कोली और उसकी पत्नी के साथ महाकुंभ स्नान के लिए गईं. आज सुबह सात बजे मेरे छोटे भाई राजू कोली का फोन आया कि भगदड़ के दौरान मां की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग भी लापता हैं।
उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है. रिंकू कोली ने बताया कि भाई मां के शव को लेकर प्रयागराज से किच्छा आ रहा है. देर रात तक उनके किच्छा पहुंचने की उम्मीद है. जिसके बाद कल सुबह को अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सरकार ने जारी किया टोल फ्री नंबर
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर भगदड़ में उत्तराखंड के कई लोगों के गायब होने की सूचना है. इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा सचिव को घटना में घायल उत्तराखंड के श्रद्धालुओं के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिए हैं।
सीएम धामी के निर्देश के बाद आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन ने उत्तराखंड के श्रद्धालुओं की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
उत्तराखंड के लोग अपने परिजनों की जानकारी प्रदेश सरकार के जरिये जारी हेल्पलाइन नंबर 8218867005, 9058441404 और 01352664315 पर कॉल करके हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा टोल फ्री नंबर 1070 पर संपर्क किया जा सकता है।
आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि मुख्यमंत्री के जरिये भगदड़ के कारण उत्तराखंड के प्रत्येक श्रद्धालुओं की सहायता करने के निर्देश दिए गए हैं. इसलिए हमारी टीम की तरफ से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।
