उत्तराखंड। विजिलेंस की टीम का भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान जारी है। इसी क्रम में विजिलेंस टीम ने जिला सहकारी बैंक,शाखा प्रबन्धक संदीप कुमाऱ ग्राम मगरूबपुर थाना- झबरेड़ा, जनपद हरिद्वार को रू0 4000/- रिश्वत ग्रहण करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
विजिलेंस की टीम को शिकायतकर्ता अमन, निवासी पीतपुर, थाना लक्सर हरिद्वार द्वारा टोल फ्री नम्बर-1064 पर शिकायत की गयी कि उसकी पत्नी श्रीमती प्रियंका देवी व उसके चाचा के लड़के मोनू कुमार तथा पड़ोसी राहुल कुमार द्वारा दीनदयाल योजना के अन्तर्गत भैंस खरीदने के लिए एक-एक लाख ऋण हेतु अपने क्षेत्र के जिला सहकारी बैंक की शाखा ग्राम मगरूनपुर, थाना बहादराबाद हरिद्वार में आवेदन किया था।इन तीनों की लोन की बैंक में होने वाली समस्त औपचारिकताऔं व पैरवी उसके द्वारा की जा रही थी।
उक्त जिला सहकारी बैंक की शाखा ग्राम मगरूबपुर के शाखा प्रबन्धक श्री संदीप कुमार पुत्र स्व0 जल सिंह, निवासी ग्राम सडौली, पो0ओ0/थाना- झबरेड़ा, जनपद हरिद्वार से मिला तो मैंनेजर द्वारा उक्त तीनों के लोन पास करने की एवज में 11 हजार प्रत्येक आवेदन करता कुल 33 हजार रिश्वत की मांग की गयी।
शिकायतकर्ता द्वारा हामी भरने पर तीनों खातों में एक-एक लाख रूपये डाल दिये। जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा दिनांक 19.09.2023 को लोन पास करने के नाम पर कुल 29000/- रू0 रिश्वत के रूप में बैंक मैंनेजर को दे दिये।
जब मोनू अपने खाते में से लोन के शेष 50 हजार निकालने गया तो बैंक मैनेजर ने पुनः पूर्व में तयशुदा 33 हजार रूपये में से 4000/- रूपये की मांग की गयी। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था लेकिन ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार करवाना चाहता था ।
उक्त शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अभियुक्त श्री संदीप कुमार जिला सहकारी बैंक की शाखा ग्राम मगरूबपुर के शाखा प्रबन्धक,थाना- झबरेड़ा, जनपद हरिद्वार को शिकायतकर्ता से रूपये 4000/- रिश्वत ग्रहण करते हुए दिनांक 22.03.2023 को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया । निदेशक सतर्कता महोदय द्वारा ट्रैप टीम को नकद पुरूस्कार की घोषणा की गयी ।