देहरादून। जुलाई माह के प्रथम सप्ताह पहाड़ से लेकर मैदान तक जमकर मेघ बरसे और विकराल रूप दिखा गए। कहीं चट्टान दरक रहे हैं तो कहीं पहाड़ और सड़क टूट रही है। उफनाई गंगा ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने पांच दिन का पूर्वानुमान जारी किया है। उन्होंने बताया कि 14 जुलाई तक प्रदेश भर में बारिश का अनुमान है। गर्जन के साथ आकाशीय बिजली भी चमकने के आसार हैं।
कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना है। ऐसे में लोगों को सतर्कता के साथ सावधानी बरतने की सलाह दी है। खासकर चारधाम यात्रियों को विशेष एहतियात बरतने को कहा है।
बाढ़ की संभावना, चारधाम यात्रा समय में हो सकती है वृद्धि
संवेदनशील इसाकों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम भूस्खलन एवं चट्टान गिरने के कारण सड़कों, राजमार्गों में अवरोध उत्पन्न हो सकता है। कहीं-कहीं कुछ जीवन तथा संपत्ति को नुकसान की संभावना है।
पिघलने वाली बर्फ पर गिरने वाली भारी बारिश से नालों और वर्षा जल धाराओं में जल प्रवाह में अचानक वृद्धि हो सकती है। ऐसे में बाढ़ की भी संभावना है। निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति हो सकती है। फिसलन भरी सड़कों और कम दृश्यता के कारण ड्राइविंग की कठिन स्थिति के चलते चारधाम यात्रा समय में थोड़ी वृद्धि हो सकती है।
प्रभावित हो सकती है उड़ान
बागवानी, कृषि फसल (जैसे चावल, मक्का, बाजरा, सेम, चना आदि) और पौधरोपण व अनाज की गुणवत्ता को मामूली नुकसान हो सकता है। हवाई अड्डों के लिए उड़ान-संचालन प्रभावित हो सकती है। जिले के विभिन्न हेलीपैडों से आने-जाने वाले हेलीकॉप्टर का संचालन प्रभावित हो सकता है। कहीं-कहीं बिजली गिरने से जान-माल की हानि हो सकती है।
संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता
मौसम विभाग ने कहा है कि भूस्खलन की आशंका वाले संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। राज्य में चारधाम या अन्य स्थानों की यात्रा करने वाले तीर्थयात्री-पर्यटक सतर्क रहें और यात्रा करते समय खड़ी ढलानों पर नजर रखें।
नदी, नालों, निचले इलाकों के समीप रहने वाले लोगों तथा बस्तियों को सावधान रहने की जरुरत है। पर्वतारोहण अभियान, सर्द व गीली स्थितियों के लिए एहतियात की जरुरत है। वाहन से यात्रा करने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।