कालाढूंगी। राजकीय महाविद्यालय कोटाबाग मैं उद्यमिता विकास 12 दिवसीय शिविर के तहत आज शिविर के तीसरे दिन योगेश कुमार पांडे जिला उद्योग केंद्र के भूतपूर्व अधिकारी के द्वारा छात्र-छात्राओं को उद्यमिता विकास के तहत सारगर्भित व्याख्यान दिया गया ।
उन्होंने बताया कि किस तरह से नवाचार के माध्यम से हम पुराने सामान को नए कलेवर में डालकर उसकी जगह बाजार में बना सकते हैं ।
उन्होंने उत्तराखंड की बिच्छू घास और पिरुल का उदाहरण देते हुए यह बताया कि किस तरह नवाचार के माध्यम से उद्यमिता के माध्यम से इन बेकार से सामानों का आज राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार भी एक व्यापक रूप ले चुका है ।
उन्होंने छात्र-छात्राओं से जोखिम उठाने की बात कही खुद पर आत्मविश्वास खुद पर भरोसा और सदैव चरैवैती चरैवैती के नियम का पालन करते हुए आगे बढ़ने की बात कही ।