भारत को अब तक वापस मिल चुकी हैं 578 प्राचीन वस्तुएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान, अमेरिकी पक्ष ने भारत से चुराई गई या तस्करी की गई 297 प्राचीन वस्तुओं की वापसी में मदद की है. ये वस्तुएं लगभग 4000 साल पुरानी हैं।
जो 2000 ईसा पूर्व से 1900 ईसवी तक समय अवधि की हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने इन कलाकृतियों की वापसी में राष्ट्रपति बाइडेन का धन्यवाद किया और कहा कि ये वस्तुएं भारत की ऐतिहासिक भौतिक संस्कृति का हिस्सा थीं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे पर एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।पीएम मोदी की इस यात्रा पर अमेरिकी पक्ष ने भारत से चुराई गई या तस्करी की गई 297 प्राचीन वस्तुओं की वापसी में मदद की है।
इन्हें जल्द ही भारत वापस लाया जाएगा। भारत के विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी साझा की है।
ये प्राचीन वस्तुएं लगभग 4000 साल पुरानी हैं, जो 2000 ईसा पूर्व से 1900 ईसवी तक समय अवधि की हैं. इनका इतिहास भारत के अलग-अलग हिस्सों से है. ज़्यादातर प्राचीन वस्तुएं पूर्वी भारत की टेराकोटा कलाकृतियां हैं, जबकि अन्य पत्थर, धातु, लकड़ी और हाथीदांत से बनी हैं और देश के अलग-अलग हिस्सों से संबंधित हैं।
विदेश मंत्रालय से जारी बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा के अवसर पर, अमेरिकी पक्ष ने भारत से चुराई गई या तस्करी की गई 297 प्राचीन वस्तुओं की वापसी में मदद की है।
इन्हें जल्द ही भारत को वापस कर दिया जाएगा। डेलावेयर में द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रतीकात्मक रूप से कुछ चुनिंदा वस्तुएं प्रदर्शित की गईं।
प्रधानमंत्री ने इन कलाकृतियों की वापसी में उनके सहयोग के लिए राष्ट्रपति बाइडेन का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि ये वस्तुएं न केवल भारत की ऐतिहासिक भौतिक संस्कृति का हिस्सा थीं, बल्कि इसकी सभ्यता और चेतना का आंतरिक मूल भी थीं।
हाल के दिनों में सांस्कृतिक संपत्ति की वापसी भारत-अमेरिका सांस्कृतिक रिश्तों एक महत्वपूर्ण पहलू बन गया है।
साल 2016 के बाद से अमेरिकी सरकार ने बड़ी संख्या में तस्करी या चोरी हुई बेशकीमती वस्तुओं को वापस करने में मदद की है।
जून 2016 में प्रधानमंत्री की यूएसए यात्रा के दौरान 10 पुरावशेष लौटाए गए. सितंबर 2021 में उनकी यात्रा के दौरान 157 पुरावशेष और पिछले साल जून में उनकी यात्रा के दौरान 105 पुरावशेष मिले. 2016 से अमेरिका से भारत लौटी सांस्कृतिक कलाकृतियों की कुल संख्या 578 है।
यह किसी भी देश द्वारा भारत को लौटाई गई सांस्कृतिक कलाकृतियों की अधिकतम संख्या है।