“रावन जबहिं बिभीषन त्यागा।
भयउ बिभव बिनु तबहिं अभागा॥”
रिपोर्टर -अजय वर्मा
हल्द्वानी। श्री रामलीला मैदान में चल रही दिन की लीला में व्यास पुष्कर दत्त शास्त्री ने बिभिषण शरणागति, सेतु बंध श्री रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग स्थापना तथा अंगद रावण संवाद की लीला का मंचन रामायण की सुंदर चौपाई गा कर करवाया, व्यास जी रावण द्वारा विभीषण के तिरस्कार और अपमान का वर्णन करते हुए कहते हैं कि “रावन जबहिं बिभीषन त्यागा।
भयउ बिभव बिनु तबहिं अभागा॥” अर्थात
रावण ने जिस क्षण विभीषण को त्यागा, उसी क्षण वह अभागा वैभव से हीन हो गया। विभीषण जी हर्षित होकर मन में अनेकों मनोरथ करते हुए श्री रघुनाथजी के पास चल देते हैं। आज श्री रामलीला मैदान में सुंदर सेतु बंध की झांकी का निर्माण अमित जोशी, सुशील, रोहित, महेश राजा,नीरज तथा नब्बू भाई द्वारा कराया गया।
रात्रि लीला में सीता हरण, शबरी मिलन तथा श्री राम सुग्रीव मित्रता का मंचन कराया गया।ठ
संचालन समिति सदस्य तनुज गुप्ता ने बताया कि दशहरे वाले दिन सुंदर आतिशबाजी का प्रदर्शन किया जाएगा।
समिति के सदस्यों में आज गोपाल पाल, विवेक कश्यप, भवानी शंकर नीरज, प्रदीप जनौटी,मनोज गुप्ता ,बसंत अग्रवाल ,अतुल अग्रवाल,सौरभ अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया। रामलीला में सुंदर फोटोग्राफी शेखर गर्ग द्वारा की गई।
आज की लीला में अतिथि राजेंद्र सिंह बिष्ट प्रदेश महामंत्री भाजपा, पंकज उपाध्याय एडीएम एलरुद्रपुर,दीपक अग्रवाल, कन्नू परगाई, हितेंद्र उप्रेती ,जिला पंचायत उपाध्यक्ष आनंद दरमवाल,विजय अग्रवाल, रोहित अग्रवाल, रामबाबू जायसवाल रहे।
श्री राम लीला मंचन में आज राधा कृष्ण सोसाइटी अध्यक्ष श्रीमती राधा,
बीपीएल सेवा संस्था अध्यक्ष श्रीमती पार्वती किरौला ,कसौधन समाज अध्यक्ष श्रीमती अन्नपूर्णा गुप्ता ने सेवा दी।