
नैनीताल में श्री रामसेवक सभा में सूर्पनखा नासिक का छेदन और रावण दरबार को देखने दर्शकों की लगी भीड
रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला
नैनीताल में एक ऐसा कलाकार अपनी अदाकारी का लोहा मना रहा है जो पिछले 30 वर्षों से रामलीलाओं में अभिनय कर रहा है। आज भी कैलाश जोशी नाम के इस कलाकार ने रावण के किरदार को जीवंत कर दिया है। ढाई से तीन हजार लोग रामलीला देखने पहुंचे।
नैनीताल में मल्लीताल के राम सेवक सभा में चल रही रामलीला को देखने के लिए दूर दूर से लोग पहुंचते हैं। लेकिन लोग कैलश जोशी के रोल को देखने के लिए भारी संख्या में पहुँचे। रामलीला में पांचवे दिन सूर्पनखा और नाशिका छेदन और रावण दरबार का मंच हुआ।
कैलाश बताते है कि वो पिछले 30 वर्षों से रावण का किरदार निभा रहे है और दर्शको का प्रेम ही उन्हें ये किरदार को जीवांत करने में मदद करता है।
दर्शक भी कैलाश द्वारा खेले रावण के अभिनय के मुरीद हैं और उनके किरदार का खूब आनन्द उठाते है।
बता दे कि कुमाऊँ में रामलीला का इतिहास सदियों पुराना रहा है, करीब 100 साल पहले नैनीताल के मल्लीताल में रामलीला की शुरूआत हुई और तब से लेकर आज तक मल्लीताल राम सेवक सभा में कुमाउनी रामलीला का दौर जारी है। वन
शास्त्रीय संगीत व् रागों और धूनों पर संवाद पर आधारित रामलीला की लोक प्रियता में कोई कमी नही आई है।
वहीं सूर्पनखा का किरदार कर रही श्रुति कोहली ने बताया कि वो 14 वर्षो से इस किरदार को निभा रही है। कहा कि वर्तमान में बच्चो में खासकर युवको में एक्टिंग के प्रति रुची कम है।
जिस कारण युवतियां ही मुख्य किरदारों को निभा रही है। उन्होंने बताया उनके साथ उनकी तीन बहने भी रामलीला में कई वर्षों से अभिनय कर रही है।
