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 स्व. गोविन्द सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय परिसर का पिछला हिस्सा भूस्खलन से खिसकने से अस्पताल भवन को खतरा। जल्द शुरु की जायेगी ओपीडी।

रिपोर्ट- बलवन्त सिंह रावत 

रानीखेत। स्व. गोविन्द सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय परिसर का पिछला हिस्सा भूस्खलन से खिसकने से अस्पताल भवन के खतरे को देखते हुए आज संयुक्त मजिस्ट्रेट ने भू वैज्ञानिकों, चिकित्सा विभाग के जेई, लोक निर्माण विभाग के जेई और अस्पताल प्रबंधन के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया।

जिसे लेकर संयुक्त मजिस्ट्रेट ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

बता दें कि दो दिनों से लगातार बारिश होने के कारण स्व. गोविन्द सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय रानीखेत के भवन को उत्पन्न क्षति की सम्भावना के दृष्टिगत संयुक्त मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, उपनिदेशक/भूवैज्ञानिक, सहायक भूवैज्ञानिक, जनपद अल्मोड़ा, अपर सहायक अभियन्ता, सी०एम०ओ० कार्यालय, अपर सहायक अभियन्ता, प्रान्तीय खण्ड रानीखेत एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा संयुक्त स्थलीय निरीक्षण किया गया।

जिसके बाद यह निर्णय लिया गया कि सर्वप्रथम भूस्खलन क्षेत्र को प्लास्टिक पन्नी से तत्काल ढका जाना तथा भवन व सत्तही जल को पाईप के माध्यम से भूस्खलन क्षेत्र से दूर किया जाना।

वही यह भी निर्णय लिया गया कि भूस्खलन के निकट प्रभावित भवन के हॉल को छोड़ते हुये अन्य शेष अस्पताल परिसर के कमरों/ हॉल का उपयोग जनहित में किया जाए। 

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संदीप दीक्षित ने बताया कि अस्पताल की मुख्य बिल्डिंग के आसपास 100 मीटर का क्षेत्र भी खतरे में था।

लगातार बारिश के प्रकोप के कारण बिल्डिंग में खतरा बना हुआ था। इसी क्रम में आकस्मिक रूप से तत्काल मरीजों, स्टाफ और उपकरणों को स्थानांतरित किया।

आज ही संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से भूवैज्ञानिकों की टीम ने संयुक्त रूप से इसका निरीक्षण कर अपनी राय दी।

उसपर तत्काल ककार्रवाही करते हुए हमने अस्थाई रूप से उस क्षेत्र को पन्नी से ढक दिया है।

यथाशीघ्र इस दीवार का रिटेनिंग कार्य शुरू किया जाएगा। जिससे की आने वाले समय में इस बिल्डिंग को कोई खतरा न हो, इसके लिए हमने अपने सभी कागज़ तैयार करके आगे भेज दिए है।

संयुक्त मजिस्ट्रेट के आदेशानुसार और वैकल्पिक व्यवस्था को बरकरार रखते हुए हम मुख्य बिल्डिंग में ओपीडी शुरू करवा रहे है।

इस पर हमें भूवैज्ञानिकों द्वारा भी हरी झंडी दे दी गई है। वही अपातकाल सेवा कल से प्रारंभ कर दी जाएगी।

दो–तीन दिन के राजकीय अवकाश के बाद बुधवार से ओपीडी सुचारू रूप से संचालित करना शुरू कर देंगे।

इस अवसर पर सयुंक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनन्द, ब्लाक प्रमुख हीरा सिंह रावत, डॉक्टर डी. एस. चन्द उप निदेशक/भू वैज्ञानिक, नवीन सिंह रावत सहायक भू वैज्ञानिक, जिला अल्मोड़ा, हेमन्त सिंह मेहरा तहसीलदार, अपर सहायक अभियन्ता सुकीर्ति राठौर, अवर अभियन्ता राजवीर सिंह राणा, दिनेश घुघतियाल, ललित भगत, अभय कुमार, प्रकाश चंद्र, अशोक सहित चिकित्सालय कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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