केदारनाथ की पवित्र धरा पर कुदरत का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। बर्फबारी के बीच केदारनाथ का मंदिर और उसके आसपास की पहाड़ियां सफेद चादर में लिपटी हुई हैं, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई हैं।
इस खूबसूरत दृश्य ने बाबा केदार का श्रृंगार कर दिया है, जिससे यहां का माहौल और भी दिव्य बन गया है।
उत्तरकाशी, गंगोत्री, मुखवा, धराली, हर्षिल, दयारा, यमुनोत्री, खरसाली और हरकिदून जैसे क्षेत्रों में भी भारी बर्फबारी देखने को मिल रही है, जिससे यमुना घाटी और आसपास के इलाकों में सर्दी बढ़ गई है। बर्फबारी के चलते इन क्षेत्रों का तापमान काफी गिर चुका है और लोग ठंड से बचने के लिए खास इंतजाम कर रहे हैं।
दिसंबर खत्म होने वाला है, इस वक्त सर्दी अपने चर्म पर होती है, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी तो निचले क्षेत्रों में बारिश हो रही है। केदारनाथ धाम में बर्फ जम चुकी है।
बर्फबारी के बाद ऐसा लगा रहा है कि जैसे पूरी केदारनगरी ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम में चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्यों पर रोक लग गई है। धाम में चारों ओर अब सिर्फ बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही है।
लग रहा है मानो प्रकृति बर्फबारी के रूप में बाबा केदार का श्रृंगार कर रही है। पहाड़ों में सीजन की दूसरी बर्फबारी जमकर हुई है। खासकर केदारनाथ धाम में तो जमकर बर्फबारी हो रही है।
केदारनगरी पूरी तरह बर्फ की सफेद चादर से लिपट गई है। धाम में चारों ओर सिर्फ बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही। वहीं, बर्फबारी के बाद जहां स्थानीय लोगों की थोड़ी मुश्किलें बढ़ी हैं तो वहीं पर्यटन कारोबारी और काश्तकारों से चेहरे खिले हैं।
उत्तराखंड में 24 घंटे से बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग में इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार सुबह से ही प्रदेश भर में रुक-रुक कर बारिश जारी है।
जिससे प्रदेश भर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पहाड़ों में बर्फ चांदी की तरह चमक रही है। नए साल के जश्न के लिए आ रहे पर्यटक बर्फ में खूब आनंद ले रहे हैं।
वहीं मैदानी इलाकों में बारिश में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। लोग बारिश और कड़ाके की ठंड की वजह से घरों में कैद होने को मजबूर है।