हल्द्वानी वन क्षेत्र में अवैध तरीके से लकड़ी काटे जाने को लेकर सामाजिक संगठनों ने खोला मोर्चा
रिपोर्ट – नरेश सिंह बिष्ट
हल्द्वानी। वन क्षेत्र एवं आरक्षित वन क्षेत्र में अवैध तरीके से लकड़ी काटे जाने के मामले में वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की संलिप्तता की वन पंचायत संघर्ष मोर्चा, समाजवादी लोक मंच व किसान संघर्ष समिति ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है तथा वन वन गूर्जर समुदाय व वन आश्रित समाज का उत्पीड़न रोकने की मांग की है।
वक्ताओं ने कहा कि बीते दिवस रनसाली रेंज तराई पूर्वी हल्द्वानी में वन गूर्जरों ने मौके पर जाकर ट्रैक्टर से अवैध तरीके से काटकर लाई जा रही कीमती शीशम,खैर, रोनी आदि लकड़ी से भरी ट्राली को पकड़ कर वन विभाग के हवाले किया था।
वन विभाग ने तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह शिकायतकर्ता गुलाम रसूल की मोटरसाइकिल सीज कर दी तथा अब उन्हें उल्टा फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जा रही है।
एक ट्रेक्टर ट्राली को मौके से भगा दिया गया। मौके पर उसमें से फेंकी गई लकड़ी देखी जा सकती है कहा कि अब वन तस्कर शिकायत कर्ता वन गूर्जरों को धमका रहे हैं तथा जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
वहीं आरोप लगाया कि वनाधिकारी प्रकाश चन्द्र ने अवैध कटान के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह शिकायतकर्ता को ही उल्टा धमका दिया मोर्चा के अध्यक्ष तरुण जोशी ने कहा कि उत्तराखंड के हजारों वन गु्र्जरों व वन वासियों ने वनाधिकार कानून के तहत अपने दावे प्रस्तुत किये हैं।
परंतु सरकार उनके दावों को स्वीकार करने की जगह उत्पीड़न कर रही है समाजवादी लोक मंच के संयोजक मुनीष कुमार ने कहा कि वन गूर्जरों का सदियों से जंगलों से रिश्ता रहा है।
उनके द्वारा की गई अवैध कटान की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए तथा शिकायतकर्ता वन गुजरों को संरक्षण दिया जाना चाहिए।