हल्द्वानी। राज्य आंदोलनकारी वह पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पुनेरु ने श्रमिकों के भारतीय स्टेट बैंक में ही खाते की अनिवार्यता का विरोध किया है।
उन्होंने कहा कि कुशल अकुशल श्रमिकों के श्रम विभाग में पंजीकरण तथा उनकी सेवा सुविधा के लिए भारतीय स्टेट बैंक SBI में खाते की अनिवार्यता खत्म होनी चाहिए।
हरीश पनेरु ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि श्रम विभाग में कुशल अकुशल श्रमिकों के पंजीकरण, नवीनीकरण तथा उनको श्रम विभाग से मिलने वाली सेवा सुविधाओं के लिए भारतीय स्टेट बैंक SBI में खाता होने की अनिवार्यता की गई है।
जिससे भीमताल विधानसभा में बहुत दूर-दूर शाखायें होने से और विशेष रूप से ओखलकाण्डा विकासखण्ड में केवल एक शाखा भीड़ापानी क्षेत्र में होने से श्रमिकों को बहुत बड़ी परेशानी होनी है ।
जिससे इस संबन्ध में होने वाली परेशानी को देखते हुए आपसे अनुरोध है कि सर्वप्रथम तो किसी भी बैंक खाते का मान्य शान्य किया जाए यदि संभव न हो पाए तो भारतीय स्टेट बैंक के साथ साथ। ही बैंक आफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक आदि राष्ट्रीय बैंकों के खातों को मान्य करने का आदेश किया जाए जो जनहित में है।
हरीश पनेरु ने कहा जनहित को देखते हुए इस संबन्ध शीघ्र ही आदेश करने का कष्ट करेंगे क्षेत्रवासी आपके आभारी रहेंगे अन्यथा की स्थिति में हम जनांदोलन करने को मजबूर होंगे।
इस दौरान नारायण सिंह बर्गली (सामाजिक कार्यकर्ता) व हरीश पनेर प्रमुख राज्य आन्दोलनकारी पूर्व दर्जा राज्यमंत्री ने चेतावनी दी है कि यदि सैनिक ऑन के लिए एसबीआई में ही खाते की अनिवार्यता खत्म नहीं की जाती है तो ग्रामीणों संग आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

