
हल्द्वानी। हिमालय स्वराज सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का द्वितीय दिवस आज जसवा रामणी, कालिका कॉलोनी स्थित कालिका मंदिर, कठघरिया में श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ।
उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध कथावाचक श्री गिरीशानंद जोशी जी ने कथा वाचन के दौरान गोकर्ण और धुन्धकारी की कथा सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
व्यास जी ने बताया कि 18 पुराणों में श्रीमद्भागवत सर्वश्रेष्ठ पुराण है, जिसके श्रवण मात्र से ही जगत का कल्याण संभव है।
उन्होंने धुन्धकारी के उदाहरण के माध्यम से समझाया कि वह महान पापी होने के बावजूद श्रीमद्भागवत कथा सुनकर परमधाम को प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा, “कलयुग में श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण ही मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है।”
द्वितीय दिवस के आयोजन में प्रातः सर्वदेव पूजन का कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसके बाद दोपहर 2 बजे से कथा का गुणगान शुरू हुआ। इस अवसर पर यजमान के रूप में श्री मनोज जोशी और श्रीमती रेखा जोशी उपस्थित रहे। पूजन कार्य पंडित लोकेश जोशी, रूपेश जोशी, मनोज जोशी और कल्याण जी द्वारा संपन्न कराया गया।
कालिका मंदिर समिति के भुवन चंद्र जोशी, लीलाधर जोशी, बलवंत सिंह भोज, अभिषेक द्विवेदी, भास्कर पलड़िया, गोपाल सिंह रजवार सहित कालिका कॉलोनी के निवासियों ने आयोजन में सक्रिय सहयोग प्रदान किया। हिमालय स्वराज सेवा ट्रस्ट की ओर से ट्रस्ट अध्यक्ष निर्मला रूवाली, कार्यकारी अध्यक्ष ममता रूवाली, कोषाध्यक्ष हेम पंत, सलाहकार प्रकाश जोशी और पारस रूवाली उपस्थित रहे।
आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और कथा का श्रवण कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
