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 17 दिसंबर को ऋषिकेश में आयोजित होगा वर्ष 2023 का “स्पर्श गंगा शिक्षाश्री सम्मान” समारोह

हिमालयन एजुकेशन रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसाइटी (हर्ड्स) द्वारा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी शिक्षा के क्षेत्र में किये गये शैक्षिक नवाचार, क्रियात्मक शोध, स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण तथा अन्य सामाजिक सरोकारों के क्षेत्र में उल्लेखनीय क्रियाकलापों के लिए उत्तराखंड राज्य के 03 शिक्षकों को वर्ष 2023 का “स्पर्श गंगा शिक्षाश्री सम्मान” प्रदान किया जायेगा।

ज्ञात हो कि संस्था द्वारा प्रत्येक वर्ष शिक्षक दिवस के अवसर पर सम्मान हेतु चयनित शिक्षकों की घोषणा की जाती है तथा सभी चयनित शिक्षकों को स्पर्श गंगा दिवस 17 दिसंबर के अवसर पर स्पर्श गंगा शिक्षाश्री सम्मान से सम्मानित किया जाता है।

संस्था के सचिव प्रो अतुल जोशी ने बताया कि इस वर्ष यह सम्मान समरोह गंगोत्री विद्या निकेतन इंटर कालेज, ऋषिकेश में आयोजित किया जा रहा है, जिसकी अध्यक्षता ऋषिकेश की निवर्तमान महापौर श्री मति अनीता ममगाई द्वारा की जाएगी तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री  कल्याण सिंह रावत ‘मैती’ जी होंगे।

इस वर्ष के शिक्षा श्री सम्मान हेतु शिक्षकों के चयन हेतु गठित चार सदस्यीय चयन समिति द्वारा इस वर्ष के स्पर्श गंगा शिक्षा श्री सम्मान के लिए अपने सेवित क्षेत्र में नदी घाटों पर स्वच्छता कार्यक्रमों के आयोजन से जागरूकता फैलाने वाले टनकपुर राजकीय महाविद्यालय के संगीत विभागाध्यक्ष डॉ पंकज उप्रेती, पर्यावरण संरक्षण के साथ सामजिक कुरीतियों के विरुद्ध जन जागरुकता एवं स्पर्श गंगा अभियान के अंतर्गत स्वच्छता कार्यक्रमों के आयोजक पन्ना लाल भल्ला म्यू0 इन्टर कालेज हरिद्वार के रसायन विज्ञान प्रवक्ता डॉ0 एस0 पी0 सिंह तथा विद्यार्थियों की शिक्षा के साथ-साथ स्थानीय जल स्रोतों की साफ-सफाई एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रयास करने वाले राजकीय इन्टर कालेज, बसुकेदार, रुद्रप्रयाग के अध्यापक श्री जगदीश टम्टा का नाम अनुशंशित किया था।

इन सभी शिक्षकों को पुरस्कार के अंतर्गत 11 हजार रूपये नकद पुरुस्कार, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित किया जायेगा। 

स्पर्श गंगा अभियान के राष्ट्रीय समन्वयक प्रो० अतुल जोशी ने सभी शिक्षकों की प्रतिबद्धता, समर्पण और उत्कृष्ट योगदान के प्रति उन्हें साधुवाद देते हुए कहा कि पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं स्पर्श गंगा अभियान के प्रणेता डॉ० रमेश पोखरियाल निशंक की प्रेरणा से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने हेतु प्रेरित करने एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से यह पुरस्कार प्रारंभ किया गया था।

अब शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे शिक्षाविदों एवम बुद्धिजीवियों के मध्य महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त कर चुका है। इसने उत्तराखंड के शिक्षा जगत में कार्य कर रहे शिक्षकों को पर्यावरण संरक्षण सम्बन्धी क्रियाकलापों हेतु प्रेरित करने का कार्य किया है। 

इस अवसर पर हिमालयन एजुकेशन रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसाइटी (हर्ड्स) के अध्यक्ष  के०के० पांडेय ने कहा कि यह हमारी संस्था के लिए गर्व का विषय है कि समाज में अपने कार्यों से एवं शिक्षा व्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रेरणाप्रद शिक्षकों को सम्मानित करने का हमें अवसर प्राप्त हो रहा है।  

इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रो प्रभाकर बड़ौनी, प्रो एस डी तिवारी, प्रो एम सी पांडे, प्रो सी एस जोशी, डॉ सर्वेश उनियाल, श्री नवीन वर्मा, डॉ नवीन चंद्र जोशी, डॉ मिताक्षी तिवारी, श्री एल एम पांडे सहित हर्ड्स के कार्यकारणी सदस्य डॉ० सुरेश डालाकोटी, डॉ० नवीन चंद्र जोशी, डॉ० विनोद जोशी, डॉ० जीवन चंद्र उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।

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