हल्द्वानी। पहाड़ी आर्मी संगठन के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत ने मीडिया को विज्ञप्ति जारी की जिसमें संगठन विस्तार की जानकारी साझा की उन्होंने बताया कि पहाड़ी आर्मी संगठन लगातार पहाड़ के मुद्दों पर दमखम से मुखर है।
आने वाले समय में पहाड़ के मुद्दों पर आंदोलन को धार देने के लिए संगठन में पुनर्गठन किया है जिसमें नैनीताल जिला अध्यक्ष पंडित मोहन कांडपाल, बागेश्वर जिला अध्यक्ष दीप चंद्र जोशी (दमदार पहाड़ी) पिथौरागढ़ जिला अध्यक्ष नब्बू भंडारी को जिम्मेदारी दी गई है।
जो लंबे समय से संगठन में कार्य कर रहे है उन्होंने बताया कि संगठन से लगातार हजारों की संख्या में पहाड़ की जनता सदस्यता लेकर जुड़ रही है जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि जनता एकजुट होकर लड़ने का मन बना रही है।
उन्होंने बताया आज उत्तराखंड सिर्फ मैदानी जिलों का बन कर रह गया है जिस भी पार्टी की सरकारें बन रही उनका सिर्फ एक ही काम बचा है कि पहाड़ के सरकारी संस्थान को मैदानी जिलों में लाना और मैदानों में जितने भी बंदर है।
उनको पहाड़ में छोड़ना, पहाड़ मूल भूत समस्याओं से आज भी जूझ रहा है जिन समस्याओं के निराकरण में दोनों पार्टियां फैल नजर आ रही है पहाड़ की जनता लंबे समय से मूल निवास भू कानून ,रोजगार की माग कर रहा है।
जो संविधान की 5वीं अनुसूची को लागू करने से आसानी से हो सकता है मगर सरकारें उदासीन है पहाड़ी आर्मी संगठन आगामी दिनों में इस आंदोलन में तेजी लाएगी हर जिला ,ब्लॉक से आंदोलनकारी संगठन,बुद्धिजीवी,महिला, व्यापार युवा,छात्र ,अधिवक्ता संगठनों को आंदोलन से जोड़ा जाएगा। आने वाले दिनों में पुनः संगठन का विस्तार किया जाएगा।