मां ने छात्र मोबाइल देखने से मना किया तो रस्सी के फंदे में लटक गया छात्र
बागेश्वर/गरुण। लखनी गांव में कक्षा सात का छात्र मोबाइल देखने से मना करने पर रस्सी के फंदे में लटक गया। यह देख मां व आसपास के लोगों के होश उड़ गए। परिजन रस्सी काटकर उसे सीएचसी बैजनाथ ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
किशोर के इस जानलेवा कदम से परिजन स्तब्ध हैं। पुलिस के अनुसार लखनी निवासी 13 वर्षीय मनीष कुमार पुत्र केवलानंद ने शनिवार को बार बार मां मोबाइल देखने की जिद कर रहा था। इस पर मां ने मना किया तो वह खफा होकर कमरे के भीतर चला गया।
दोपहर करीब दो बजे घर के भीतर बल्ली से रस्सी का फंदा बना वह उस पर लटक गया। इसी दौरान मां ने देखा तो परिजनों की मदद से आनन फानन में उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ लाए।
जहां डॉक्टर कुलदीप ने किशोर को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि मनीष धैना इंटर कॉलेज में कक्षा सात में पढ़ता था। सीएचसी के डॉक्टर कुलदीप ने बताया कि किशोर की अस्पताल लाने से पहले ही मौत हो चुकी थी।
तहसीलदार निशा रानी ने बताया कि शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस और राजस्व टीम मामले की जांच कर रही है। एक छोटी बहन पांच में पढ़ती है। पिता होटल में दिल्ली में काम करते हैं। पिता दस पंद्रह दिन पूर्व ही काम पर लौटे हैं।
उधर परिजनों का कहना है कि रोड नहीं होने से आधा घंटा रोड तक पहुंचने में लग गया। घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार निशा रानी बैजनाथ थानाध्यक्ष प्रताप नगरकोटी, एसआई विनीता बिष्ट, राजस्व उप निरीक्षक कुंदन सिंह मेहता आदि अस्पताल पहुंचे।
उन्होंने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पिता दिल्ली होटल में जॉब करते हैं। हॉस्पिटल लाने में माता सुमन, ताई गीता, आशा देवी, महेश, अमन शामिल थे।
लखनी निवासी किशोर मनीष शुक्रवार को एक शादी समारोह में गया था। इस कारण शनिवार को वह स्कूल नहीं गया, जबकि उसकी छोटी बहन स्कूल गई थी। वह कक्षा पांच में पढ़ती है।
उसकी ताई गीता देवी ने बताया कि वह एक बजे मां से मोबाइल मांगने की जिद कर रहा था। जब उसकी मां ने उसे मोबाइल नहीं दिया तो वह खफा होकर भीतर चला गया, जबकि मां बाहर बैठी रही।
करीब दो बजे जब वह अंदर गई तो मनीष फांसी के फंदे पर झूला था। इससे उनके हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने उसे रस्सी से नीचे उतारा, लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका। घटना के बाद से गांव में शोक की लहर है।