बस न मिलने पर सड़क पर बैठे युवा, बमुश्किल पुलिस ने युवाओं को हटाया
पिथौरागढ़। सेना की भर्ती में हिस्सा लेने के लिए यूपी के अधिकतर जिलों से चार हजार से अधिक युवाओं के ट्रेन, बस व अन्य वाहनों से पहुंचते ही चंपावत रोडवेज परिसर में अफरातफरी मच गई।
बरेली, पीलीभीत, बदायूं आदि स्थानों से पिथौरागढ़ में सेना भर्ती में शामिल होने जा रहे राजवीर सिंह, सुख राम, किशोरी लाल, दलीप कुमार, राम चंदर, विपुल यादव, संदीप यादव आदि का कहना था कि पिथौरागढ़ में चल रही सेना भर्ती में शामिल होने के लिए वह घर से निकले थे।
सोमवार को जैसे-तैसे वह टनकपुर तक पहुंचे। टनकपुर से बमुश्किल लोहाघाट आने के लिए वाहन मिला। लोहाघाट से पिथौरागढ़ जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिल पाया। उन्होंने बताया कि आधे रास्ते में पिथौरागढ़ जाने वाले वाहन मिलने की आस में वे पैदल निकल रहे हैं।
पिथौरागढ़ एनएच, टैक्सी स्टैंड और पीलीभीत चुंगी पर भी दिनभर युवाओं का रेला बसों के आते ही इनमें सीट पाने के लिए आगे-पीछे दौड़ता रहा।
रुक-रुककर पिथौरागढ़ और लोहाघाट आदि की बसों के आते ही ये युवा उन पर टूट पड़ते। सुबह के समय हाईवे पर बस न मिलने पर युवा सड़क पर बैठ गए। इससे वहां जाम लग गया। बमुश्किल पुलिस ने युवाओं को हटाया।
पिछले तीन दिनों से पिथौरागढ़ में प्रादेशिक सेना भर्ती के लिए अलग-अलग प्रदेशों के युवा उमड़ने पर रोडवेज प्रशासन को अतिरिक्त बसों का संचालन करना पड़ रहा था। यूपी के युवाओं के लिए 20 और 21 नवंबर को होने वाली भर्ती के नजदीक आते ही सोमवार सुबह से पैसेंजर ट्रेनें फुल आने लगी हैं।
इससे रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर खासी भीड़ से अफरातफरी मच गई। सूचना पर एसडीएम ने अधिक बसों के संचालन के लिए परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया। प्रभारी कोतवाल सुरेंद्र सिंह कोरंगा के नेतृत्व में पुलिसकर्मी जगह-जगह युवाओं का तेवर उग्र होने पर उनको समझाते रहे। रोडवेज कार्यशाला में एआरएम नरेंद्र कुमार गौतम को भी युवाओं को शांत करने आना पड़ा।
रोडवेज प्रशासन और पुलिस के वाहन घूम-घूम कर युवाओं को रोडवेज की अतिरिक्त बसें एक-एक कर आने की सूचना देते रहे। युवाओं का हुजूम सड़कों पर इधर से उधर दौड़ता रहा। इससे रुक-रुक कर जाम लगता रहा। एसडीएम आकाश जोशी ने टैक्सी ऑपरेटर, प्राइवेट बसों को भी पिथौरागढ़ रुट पर वाहन चलाने के निर्देश दिए और टैक्सी किराए के बारे में वाहनों को रोककर जगह-जगह जानकारी