केंद्रीय विद्यालय रानीखेत में लोक संस्कृति दिवस का आयोजन
रिपोर्टर बलवंत सिंह रावत
रानीखेत। यूँ तो लोक संस्कृति दिवस उत्तराखंड के गांधी के नाम से लोकप्रिय इंद्रमणि बडोनी जी की याद में प्रतिवर्ष 24 दिसंबर को आयोजित किया जाता है लेकिन विद्यालय में शीतकालीन अवकाश नजदीक होने के कारण इस दिवस को शीतकालीन अवकाश से पूर्व मनाने की परंपरा है।
इसी क्रम में विगत 7 दिसंबर 2024 को विद्यालय में लोक संस्कृति दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम विद्यालय के प्राचार्य श्री राकेश दूबे जी एवं उप प्राचार्य श्री हरिशंकर सैनी समेत समस्त शिक्षकों द्वारा इंद्रमणि बडोनी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण किया गया।
प्राचार्य जी इंद्रमणि बडोनी जी के जीवन और योगदान पर विस्तार से चर्चा की गई तथा उनके सांस्कृतिक एवं राजनीतिक अवदान का उल्लेख करते हुए उत्तराखंड की सांस्कृतिक विविधता पर विस्तार से बातें की गई ।
कार्यक्रम का संचालन कक्षा नवीं स की छात्राओं जानवी एवं दिव्यांशी द्वारा लोक भाषा में किया गया ।
मुख्य कार्यक्रमों के तहत कुमाउनी एवं गढ़वाली नृत्य, कुमाउनी लोक कथा काफल पाको, मैल नि चाख्यो का मंचन, कक्षा ग्यारहवीं की छात्राओं संध्या और प्राप्ति द्वारा कुमाउनी मांगल गीतों और लोकगीतों का गायन तथा शिक्षक वक्तव्य के अंतर्गत दीपक जोशी एवं विपिन चौहान द्वारा क्रमशः कुमाउनी और जौनसारी संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए कुमाउनी व जौनसारी गीत भी गुनगुनाये गए ।
इस अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर क्षेत्रीय व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसका सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने लुत्फ उठाया ।
अंत में सभी विद्यार्थियों ने लोकगीतों पर झूम कर नृत्य किया और अपनी संस्कृति को संजोने तथा उसका प्रचार-प्रसार करने का प्रण भी लिया।