रामलीला ग्राउंड में पटाखा बाजार को लेकर विवाद ,उतारा गया धवज आपस में भिड़े दो पक्ष
हल्द्वानी। दीवाली को देखते हुए हल्द्वानी में प्रशासन ने पटाखा बाजार के लिए जगह चिन्हित की हुई हैं।
आपको बात दें इसी क्रम में ऊंचापुल रामलीला ग्राउंड में भी पटाखा बाजार लगाया गया है पटाखा बाजार में उस वक्त विवाद खड़ा हो गया।
जब रामलीला ग्राउंड में लगे ध्वज को एक व्यक्ति ने वहां से हटा दिया जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने पटाखा बाजार के गेट पर ताला लगा दिया।
बता दें कुछ लोगों ने मामला शांत कराया लेकिन पटाखा बाजार में रामलीला कमेटी के कुछ सदस्यों ने फिर विवाद खड़ा कर दिया।
इन सदस्यों ने बताया की रामलीला ग्राउंड में कई सालों से पटाखा बाजार लगती तो है लेकिन यहाँ दुकाने स्थानीय ग्रामीणों को ना देकर बाहरी व्यक्तियों को दी जाती है।
इसके साथ ही रामलीला कमेटी द्वारा प्रशासन से पटाखा बाजार का लेनदेन होता है वो रामलीला कमेटी के पास ना पहुंच के केवल एक ही व्यक्ति को उसका फायदा मिलता है।
अगर इस तरह से काम होगा तो ऊंचापुल की रामलीला कमेटी में पटाखा बाजार नहीं लगाई जाएगी वहीं व्यापारियों का कहना है की उन्होने लाखों का माल खरीद कर पटाखा बाजार में लगाया है।
दो पक्षों के विवाद में उन लोगों को क्यों घसीटा जा रहा है क्योंकि दिवाली के चार पांच दिन ही रह गए हैं और उन्हे व्यापार करने में परेशानी झेलनी पड़ रही है।
ऐसे में उनकी मांग है की अगर बाजार नहीं लगाती तो उन्हे प्रशासन की ओर से मुआवजा दिया जाए वहीं इस मामले में अध्यक्ष मनोज जोशी का कहना है की रामलीला कमेटी का पटाखा बाजार से कोई लेना-देना नहीं है।
इस बाजार से कमेटी को कोई लाभ नहीं मिलता है और बेवजह इस विवाद में रामलीला कमेटी को घसीटा जा रहा है।
