विकासखण्ड ताड़ीखेत केगनियाद्योली क्षेत्र में पेयजल समस्या से स्थानीय जनता आक्रोशित
संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी
रिपोर्ट- बलवन्त सिंह रावत
रानीखेत। विकासखण्ड ताड़ीखेत के गनियाद्योली क्षेत्र में पेयजल का संकट कई दिनो से बना हुआ है। पेयजल आपूर्ति सुचारू न होने से परेशान ग्रामीणों ने यहां संयुक्त मजिस्ट्रेट से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और पेयजल आपूर्ति सुचारू कराने की मांग की।
बता दे कि पिछले महीने भी पेयजल संकट के सम्बन्ध मे सयुंक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत को एक ज्ञापन सौपा गया था। वही क्षेत्रीय जनता का कहना है कि एक महीना गुजर जाने के बाद भी जल संस्थान द्वारा पानी सुचारू रूप से नही दिया जा रहा है।
जिस कारण आज फिर से संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देने आए है। उन्होंने बताया कि गनियाद्योली क्षेत्र में जल संस्थान द्वारा गगास पंपिग योजना के तहत पेयजल वितरण किया जाता है।
पिछले कई महीनों से जल संस्थान द्वारा क्षेत्र में पेयजल की समस्या का समाधान सम्बन्धित अधिकारियों को बताने के बाद भी नहीं किया जा रहा है, जिससे क्षेत्रवासियों में काफी आक्रोश है।
वर्तमान में सम्बन्धित विभाग द्वारा जल-कर मूल्य में भी वृद्धि की जा चुकी है, किन्तु पेयजल आपूर्ति में किसी भी प्रकार का समाधान क्षेत्रीय जनता को नहीं मिल रहा है।
ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने संयुक्त मजिस्ट्रेट से पेयजल समस्या के समाधान के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करने का अनुरोध किया।
वही ग्रामीणों ने चेतावनी भी दी है, कि पेयजल आपूर्ति सुचारू न होने की दशा में क्षेत्रीय जनता एक सप्ताह के बाद धरना प्रदर्शन व चक्काजाम करने को बाध्य होगी, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सम्बन्धित विभाग की होगी।
जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि हेमन्त रौतेला ने बताया कि गनियाद्योली क्षेत्र में लगातार पिछले 10 दिन से पानी नहीं आ रहा है।
पिछले महीने भी हम अपने क्षेत्र की महिलाओं के साथ संयुक्त मजिस्ट्रेट के कार्यालय में आए थे। आज फिर वही परेशानी हो रही हैं।
जल संस्थान और जल निगम का आपस में समन्वय नहीं है, जिसकी वजह से वहा के लोगों को पानी नही मिल पा रहा है। आज हमने संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया है। उन्होंने कहा की अगर तुरंत पानी नहीं आया तो हम यहा पर धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
इस अवसर पर क्षेत्र पंचायत सदस्य अमित पांडेय, प्रताप सिंह रावत, प्रकाश सिंह रावत, पुष्कर सिंह रावत, महेंद्र सिंह, चंदन सिंह रावत, मंजू बिष्ट, सरस्वती देवी, नीम रावत, रेखा रावत, राज कुमार पांडेय, दीपा पांडेय आदि ग्रामीण मौजूद रहे।