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सीएम के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लोनिवि ने पुनेड़ी की महिलाओं की जान आफत में डाल दी। सीएम के कार्यक्रम को देखते हुए चंडाक सड़क पर जमा मलबा और बोल्डर जंगल में घास काट रहीं महिलाओं के ऊपर डाल दिया।
घटना में महिलाओं की जान बच गई। आक्रोशित महिलाओं ने सड़क जाम कर दी तो विभाग के पसीने छूट गए। किसी तरह महिलाओं को समझाया गया और दो घंटे बाद जाम खुला।

सीएम पुष्कर सिंह धामी का 13 नवंबर को जिला भ्रमण का कार्यक्रम प्रस्तावित है। प्रशासन इसकी तैयारी में जुटा है। चंडाक रोड पर लोनिवि विश्राम गृह के पास भूस्खलन के बाद लंबे समय से जमा मलबे को हटाने की कार्रवाई शुरू हुई।

लोनिवि ने मौके पर जेसीबी भेजी और मलबा और बोल्डरों को नीचे की तरफ फेंकना शुरू किया। विभाग यह भूल गया कि नीचे की तरफ पुनेड़ी की कई महिलाएं घास काट रहीं हैं। ऊपर से गिरते मलबे और बोल्डरों के बीच महिलाएं किसी तरह बचकर निकलीं। सूचना पर पुनेड़ी की आक्रोशित महिलाएं और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सड़क जाम कर दी। महिलाएं जेसीबी के आगे बैठ गईं। उन्होंने कहा कि जहां मलबा डाला गया है वह जंगल उनका गोचर है।

मवेशियों के चारे के लिए वे इसी जंगल पर निर्भर हैं। मलबा डालने से घास बर्बाद हो गई है और बोल्डर गिरने से उनकी जान आफत में पड़ गई। उन्होंने गोचर में मलबा डालने का विरोध किया। सड़क जाम होने की सूचना पर लोनिवि में अफरातफरी फैल गई और अधिकारी मौके पर पहुंचे।

महिलाओं और ग्रामीणों को जंगल में मलबा न डालने का आश्वासन देकर किसी तरह सड़क से उठाया गया। दो घंटे बाद महिलाएं धरने से उठीं इससे सभी ने राहत की सांस ली। धरना देने वालों में पूर्व सभासद ललित मोहन पुनेड़ा, सरपंच उमेश पुनेड़ा, प्रेमा, रेखा, ममता, तुलसी, पूजा, सोनम, मंजू, हेमा, ज्योति, अंजू, बिमला आदि मौजूद रहीं।

सड़क के दोनों तरफ लगा लंबा जाम, फंसे रहे यात्री
चंडाक सड़क पर पुनेड़ी की महिलाओं के धरने पर बैठने से लंबा जाम लग गया। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की कतार लगी रही और यात्री फंसे रहे। उन्हें घंटों जाम खुलने का इंतजार करना पड़ा। दो घंटे बाद जाम खुलने से यात्री और वाहन चालक गंतव्य को रवाना हुए।

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