नैनीताल में एनडीआर एफ ने 15वीं बटालियन ने रोपवे से रैस्क्यू का संयुक्त मॉक ड्रिल अभ्यास किया।
रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला
नैनीताल। एन.डी.आर.एफ.की 15वीं बटालियन ने रोपवे से रैस्क्यू का संयुक्त मॉक ड्रिल अभ्यास किया। अभ्यास में एन.डी.आर.एफ.के साथ एस.डी.आर.एफ., फायर, मैडिकल की टीमो ने हिस्सा लिया।
आज राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF)की पहल पर रोपवे में संयुक्त मॉक ड्रिल अभ्यास चलाया गया। एन.डी.आर.एफ.के असिस्टेंट कमांडेंट आर.एस.धपोला ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकाल् और आपदा जैसे हालातों में रोपवे के बाधित होने की स्थिति में ट्रॉली में फंसे यात्रियों की मदद करना है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल से आपदा के समय त्वरित प्रतिक्रिया समय(Quick Response Time) कैसे बढ़ाए, उस पर ध्यान दिया गया।
भारत सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुपालन में मुख्यालय राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ( SDRF ) नई दिल्ली द्वारा देश के विभिन्न रोपवे में संयुक्त मॉक अभ्यास किया गया।
जिसके अनुपालन में उत्तराखण्ड राज्य में स्थापित नैनीताल रोपवे में 15 वीं वाहिनी , राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के निर्देशन में संयुक्त मॉक अभ्यास के दौरान भारत सरकार के निर्देशों पर एसडीआरएफ की टीम ने रोपवे में मॉक ड्रिल किया गया।
असिस्टेंट कमांडेंटआर.एस.धपोला कहा की इस दौरान केबल कार को तकरीबन 2 घन्टे तक हवा में लटकाने के बाद उसमें फंसे यात्रियों को रस्सियों के सहारे सकुशल रेस्क्यू कर जमीन पर लाया गया। मॉक ड्रील के दौरान 2 घन्टे तक रोपवे को पर्यटकों के लिए बंद रखा गया।
मौजूद थे। फायर सर्विस हरन राणा,ड्राइवर अमरदीप राणा, किशोर फर्त्याल, आनंद गिरि और एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट आर एस धपोला व इंस्पेक्टर लक्ष्मण प्रसाद के साथ बी,डी पांडे अस्पताल के डॉक्टर शामिल थे।
