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नैनीताल बीडी पांडे अस्पताल में सरकारी इलाज़ करने के लिए पहुंचने वाली मरीजों को झटका लग सकता है।

रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला

नैनीताल। उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए पहुंचने वाले मरीजों को करारा झटका लग सकता है।

सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने अपनी लंबित मांगों के निस्तारण के लिए आंदोलन करने का ऐलान करने के साथ ही ओपीडी सेवाओं को बाधित करने का भी मन बना लिया है।
प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ ने चार अक्तूबर से हड़ताल का ऐलान किया है। इस संबंध में आज नैनीताल जिला हॉस्पिटल में कार्यकारिणी के सदस्यों की बैठक में यह फैसला लिया गया।

नरेंद्र सिंह रावत ने कहा हड़ताल के दौरान ओपीडी, आईपीडी और सर्जरी नहीं होगी, जबकि इमरजेंसी सेवाएं बहाल रहेंगी और पोस्टमार्टम भी किया जाएगा। उन्होंने कहा लंबा समय बीत जाने के बाद भी शासन स्तर पर चिकित्सकों की मांगों पर विचार नहीं किया रहा है।

डॉ नरेंद्र सिंह रावल ने कहा अगर डॉक्टरों की 9 सूत्रीय मांगों पर 3 अक्टूबर तक कोई निर्णय नही लिया गया तो 4 अक्टूबर से हड़ताल पर जाने को बाध्य होना पड़ेगा।

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