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प्रधानमंत्री धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 लोकसभा चुनाव से पहले एक सपना देखा था. वो सपना था अगले पांच साल में देश की इकोनॉमी को 5 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचाने का. अब वो पांच साल पूरे होने को हैं और देश की ​जीडीपी 4 ट्रिलियन डॉलर भी नहीं हुई है।

ऐसे जीडीपी के 5 ट्रिलियन होने का सपना भले ही पूरा ना हो सका हो, लेकिन शेयर बाजार इस सपने को पूरा करने के मुहाने पर पहुंच चुका है।

जी हां, ये कोई मजाक नहीं है. भारत का शेयर बाजार 5 ट्रिलियन डॉलर के बेहद नजदीक पहुंच गया है. अप्रैल के महीने में सेंसेक्स में 1000 से ज्यादा अंकों की तेजी देखने को मिली है. जिसकी वजह से मार्केट कैप में 14 लाख करोड़ रुपए की तेजी आई है. अब बाजार को 5 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचने के 190 बिलियन डॉलर यानी 16 लाख करोड़ रुपए की जरुरत है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर शेयर बाजार कब तक 5 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच सकता है।

पीएम मोदी का 5 ट्रिलियन डॉलर का सपना, शेयर मार्केट करेगा पूरा

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2019 के चुनाव से पहले देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी का सपना देखा था. इस सपने को उन्होंने पूरे देश के सामने साझा करते हुए कहा था कि अगले पांच साल में देश इस बेंचमार्क को पूरा कर लेगा। वो बात अलग है कि देश की ग्रोथ रेट भले दुनिया के बाकी बड़े देशों के मुकाबले सबसे तेज यानी 8 फीसदी से ज्यादा हो, लेकिन जीडीपी अभी 4 ट्रिलियन डॉलर तक भी नहीं पहुंच सकी है।

जानकारों का अनुमान है कि देश की जीडीपी को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में एक से दो साल तक का वक्त लग सकता है. आरबीआई समेत दुनिया के तमाम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024 देश की ग्रोथ रेट 7.5 फीसदी से ज्यादा रह सकती है. मौजूदा समय में देश की जीडीपी की बात करें तो ये 3.7 ट्रिलियन डॉलर है. वित्त वर्ष 2019 में देश की जीडीपी 2.8 ट्रिलियन डॉलर के करीब थी।

बाजार का मार्केट 5 ट्रिलियन डॉलर के करीब

शेयर बाजार का मार्केट कैप 5 ट्रिलियन डॉलर के काफी पहुंच गया है. बीएसई की वेबसाइट के मुताबिक बीएसई का मार्केट कैप 400 लाख करोड़ रुपए के पार यानी 4.83 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है।

इसका मतलब है कि बाजार के मार्केट कैप को 5 ट्रिालियन डॉलर तक पहुंचने के लिए 190 बिलियन डॉलर की जरुरत है. अगर रुपए में कंवर्ट करें तो देश के बाजार को करीब 16 लाख करोड़ रुपए की ही जरुरत है।

इसका मतलब है कि अगर सेंसेक्स में 1000 से 1500 अंकों की तेजी देखने को मिल जाएगी तो बीएसई का मार्केट कैप 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा. अप्रैल के महीने की बात करें तो 1,091.15 अंकों की तेजी देखने को मिली है और बीएसई के मार्केट कैप में 13.84 लाख करोड़ रुपए का इजाफा देखने को मिला है.

10 साल में कितनी आई तेजी

बीते 10 साल या यूं कहें कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद शेयर बाजार में 200 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है. इसे आंकड़ों की जुबां में समझने की कोशिश करते हैं. 16 मई 2014 को लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे. तब बीजेपी काफी समय के बाद सत्ता में लौटी थी. उस दिन शेयर बाजार यानी सेंसेक्स तेजी के साथ 24,121.74 अंकों पर बंद हुआ था. जबकि कल यानी 8 अप्रैल को 2024 को सेंसेक्स 74,742.5 अंकों पर बंद हुआ. तब से अब तक सेंसेक्स में 50,620.76 अंकों की तेजी देखने को मिल चुकी है. यानी निवेशकों को सेंसेक्स 210 फीसदी का रिटर्न दे चुका है.

अब जरा सेंसेक्स के मार्केट कैप को समझने की कोशिश करते हैं. 16 मई 2014 को बीएसई का मार्केट कैप 84,07,833.93 करोड़ रुपए देखने को मिला है. जबकि एक दिन पहले यानी 8 अप्रैल को बीएसई का मार्केट कैप 4,00,81,000.16 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. इसका मतलब है कि बीएसई के मार्केट कैप में इस दौरान 3,16,73,166.23 करोड़ रुपए का इजाफा देखने को मिला है.

कब जाएगा 5 ट्रिलियन डॉलर पर बाजार?

इस बारे में शेयर बाजार के एक्सपर्ट पुनीत किनरा कहना है कि अगर लोकसभा चुनाव में सरकार फिर से यही रिपीट होती है तो शेयर बाजार को अपने सभी टारगेट पूरा करने से कोई नहीं रोक सकता है. सरकार रिपीट होने के बाद विदेशी निवेश में बढ़ोतरी होगी. चीन की ग्रोथ और बाजार की हालत देखकर जो निवेशक वहां से भाग रहे हैं, वो भारत की ओर आएंगे।

साथ ही अमेरिकी और यूरोपीय निवेशकों का निवेश भी भारत में बढ़ेगा. देश का मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर देश के बाजार को तेज करने में काफी मददगार साबित होगा. उन्होंने आगे कहा कि महंगाई के आंकड़ें कम होंगे. जीएसटी रेवेन्यू में और इजाफा देखने को मिलेगा. सबसे अहम बात देश की ग्रोथ रेट में बढ़ोतरी देखने मिलेगी. जिसके बाद बाजार में और तेजी आएगी।

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