बागेश्वर। जिले में अतिवृष्टि से नुकसान थमने का नाम नहीं ले रहा है। मकान, आंगन आदि क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। जबकि 16 ग्रामीण मार्ग आवागमन के लिए बंद हैं। जिसके कारण गांवों के लोगों की आवाजाही बंद हो गई है।
सोमवार को दिन भर बादल छाए रहे। रविवार की रात वर्षा हुई। जिसके कारण भानी-हरिसंग्याबगड़, खड़लेख-भनार, सौंग-खलीधार, सनगाड-बास्ती, विजयपुर-भाटगाड़, कपकोट-पिंडारी ग्लेशियिर किमी 11 से काफलीकमेड़ा, बदियाकोट-बोरबलड़ा, बदियाकोट-कुंवारी, खड़लेख-भनार, भयूं-गडेरा, धरमघर-सनगाड़, बागेश्वर-कपकोट-तेजम, धरमघर-माजखेत, चेटाबगड़, मुनार-गासी, गुलम-परगड़ आदि सड़कें बोल्डर तथा मलबा आने से बंद हैं।
यहां हुआ अतिवृष्टि से भारी नुकसान
ग्राम पंचायत कालो, बदियाकोट के पाटी तोक में आपदा से कुंवर राम के घर के समीप बनी पेयजल टंकी तथा उनका शौचालय ध्वस्त हो गया है। जिसके कारण रास्ता भी बंद हो गया है। गरुड़ के मन्यूड़ा में आनंदी देवी का मकान आंशिक क्षतिग्रस्त है।
अनर्सा तो सन में कुशराम का मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। ग्वाड़ भिलकोट में भाष्करानंद का आंगन, कांडा के जाखनी में देवेंद्र सिंह का आंगन ध्वस्त हो गया है। उनके मकानों को भी खतरा बना हुआ है। गडियागांव, बिलौना में तारा दत्त पांडे पुत्र भवानी दत्त पांडे का आंगन ध्वस्त हो गया है।
गरुड़ तहसील क्षेत्र में अतिवृष्टि का कहर जारी है। अतिवृष्टि से सिरकोट में एक गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई। जिसके मलबे में दबकर चार बकरियों की मौत हो गई।
सिरकोट के पोदीना खरक निवासी खीम राम पुत्र जमन राम की गौशाला तेज बारिश में क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे मौके पर ही चार बकरियों की मौत हो गई।
ग्रामीणों ने प्रभावित को मुआवजा दिए जाने की मांग की है। इधर उप जिलाधिकारी प्रियंका रानी ने बताया कि मौके पर क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक को भेजा जा रहा है।
उधर, ग्वालदम मोटर मार्ग पर रात में पेड़ गिर गया। जिसके कारण यातायात बाधित हो गया। फायर टीम ने भारी मशक्कत के बाद पेड़ हटाया तथा रात में ही यातायात सुचारू किया।

